एक ऐसा देश जहा पति पत्नी नहीं ले सकते तलाक।
इस -दुनिया में फिलीपींस इकलौता देश है, जहां तलाक की कोई व्यवस्था नहीं है। दरअसल, फिलीपींस कैथोलिक देशों के एक -समूह का हिस्सा है। कैथोलिक चर्च के प्रभाव के वजह से ही इस -देश में तलाक का कोई प्रावधान नहीं है।करीबन -चार सदी तक फिलीपींस पर स्पेन का शासन रहा। इस दौरान वहां की अधिकांश जनता ने ईसाई धर्म स्वीकार -कर लिया था। समाज में कैथोलिक रूढ़िवादी नियमों ने अपनी जड़ें जमा ली थीं। लेकिन साल 1898 में स्पेन-अमेरिका युद्ध हुआ और फिलीपींस पर अमेरिका का शासन हुआ, तो तलाक के लिए एक कानून बनाया- गया।बता दें कि फिलीपींस में तलाक नहीं लेने का प्रतिबंध सिर्फ ईसाइयों पर है। यहां की 6 से 7 फीसदी मुस्लिम आबादी अपने -पर्सनल लॉ के मुताबिक तलाक ले सकती है।
साल 1917 में कानून के मुताबिक लोगों को तलाक की अनुमति तो दी गई, लेकिन एक शर्त थी। ये शर्त थी कि अगर पति-पत्नी में से कोई एडल्टरी करते पाया जाएगा, तो तलाक लिया जा सकता है।साल 2015 में जब पोप फ्रांसिस फिलीपींस गए थे, तो वहां के धर्मगुरुओं से अपील की थी कि तलाक चाहने वाले कैथोलिक लोगों के प्रति सहानुभूति नजरिया रखना चाहिए। लेकिन फिलीपींस में ‘तलाकशुदा कैथोलिक’ होना अपमानजनक माना जाता है।फिलीपींस के ईसाई धर्मगुरुओं ने पोप फ्रांसिस की बात को एकदम अनसुना कर दिया। दरअसल, उन्हें अब इस बात का गर्व है कि अब दुनिया में एकमात्र फिलीपींस ऐसा देश है, जहां पर तलाक नहीं लिया जा सकता है।