स्पेशल मेहंदी के 6 डिजाइन जाने

1)भारतीय मेहंदी डिजाइन-

भारतीय शैली के मेहंदी डिजाइंस में मोर, फूल-पत्ते और अनोखे घुंगराले, घुमावदार पैटर्न का काफी उपयोग किया जाता है। इस शैली में डिज़ाइन्स बनाते समय दो डिजाइन व दो आकारों के बीच ज़्यादा जगह नहीं रखी जाती, इसीलिए ये डिज़ाइन्स भरा हुआ और साड़ी पर बनाये जाने वाले कढ़ाई जैसा दिखता है. इसे बाटिक मेहंदी डिज़ाइन के नाम से भी जाना जाता है। अक्सर सभी भारतीय दुल्हनों के हाथ की शोभा बढ़ाने के लिए इस प्रकार का डिज़ाइन उसके हाथों पर बनाई जा
ती है।

2)अरेबिक मेहंदी डिज़ाइन-

इस शैली की डिजाइन को बनाने में भारतीय मेहंदी डिजाइन की तुलना में काफी कम समय लगता है। ये भारतीय मेहंदी डिजाइन की उलटी होती है, और भारतीय डिजाइन से ज्यादा अरेबिक मेहंदी में सजावटी आउटलाइन का उपयोग किया जाता है. अरेबिक शैली की डिजाइन में ज्यादातर सजावटी आउटलाइन, फूल,पत्ते और घुमावदार रेखाएं नजर आती है। यह डिज़ाइन भारतीय मेहँदी डिज़ाइन के भरे हुए पैटर्न से कहीं ज़्यादा सरल होता है। जहाँ भारतीय मेहंदी में डिज़ाइन काफी नाजुक होता है, वही अरेबिक शैली में डिज़ाइन के आउटलाइन्स मोटे होते हैं और इसीलिए जो लोग हाथों पर भरी हुई डिज़ाइन नहीं चाहते हैं, वह अरेबिक मेहंदी लगवाना पसंद करते हैं। जिन महिलाओं के पास मेहंदी लगवाने का ज्यादा समय न हो, वे इसे लगवाना पसंद करती हैं क्योंकि इस शैली में मेहंदी लगवाने में कम समय लगता है।

3)पाकिस्तानी मेहंदी डिजाइन-

मेहंदी डिजाइन की इस शैली में भारतीय और अरेबिक शैली का सुंदर सा संगम दिखाई देता है। पाकिस्तानी मेहंदी में ज्यामितीय आकार, फूल जैसे आकारों का संतुलन दिखाई देता है। पाकिस्तानी मेहँदी में आमतौर पर दो प्रकार के मेहँदी का उपयोग किया जाता है. पाकिस्तानी मेहंदी डिजाइन बनाते हुए आउटलाइन ब्लैक मेहंदी से बनाई जाती है, और शेष डिजाइन हलके डिजाइन और पैटर्न से भरा जाता है।

4)इंडो-अरेबिक मेहंदी डिजाइन-

इस प्रकार के मेहँदी डिज़ाइन में अरेबिक और भारतीय शैली का संगम दिखाई देता है। इसे बनाते हुए आउटलाइन मोटी रखी जाती है लेकिन अदंर का पैटर्न भारतीय शैली के अनुसार बारीक भरा जाता है। अक्सर भारतीय शादियों में दुल्हा-दुल्हन के रिश्तेदार व संबंधी इस प्रकार की डिजाइन हाथों पर बनवाना पसंद करते है।

5)मोरक्कन मेहंदी डिजाइन-

मोरक्कन मेहंदी डिजाइन मध्य पूर्व देशों में प्रचलित है। इस शैली में ज्यामितीय डिजाइन का ज्यादा इस्तेमाल होता है, जैसे त्रिकोण, चौकोन, गोलाकार आदि। मोरक्कन मेहंदी डिजाइन की खासियत ये है कि दोनों हाथों में एक समान डिज़ाइन बनाया जाता है।

6)मुघलाई मेहंदी डिजाइन-

यह मेहँदी का सबसे पुराना और पारंपरिक रूप है। इस प्रकार के डिज़ाइन में हथेली का एक छोटा-सा भाग रिक्त रखा जाता है, और बाकी हथेली पर काफी छोटा और नाजुक डिज़ाइन बनता है, जिसमें ज़्यादातर कोयरी, फूल, पत्ते इनका उपयोग किया जाता है। इस प्रकार के डिजाइन में उंगलियोंके ऊपर काफी विस्तार में नाजुक डिजाइन बनती है। मुगलाई मेहंदी डिज़ाइन कभी भी कलाई से आगे, कोहनी की तरफ नहीं बनाते।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *