सलमान खान ने अबतक शादी क्यों नहीं की है? जानिए वजह

बाजार मैं ज़ब दूध मिल रहा है तो घर पर भैंस क्यों पाली जाय. संजीव कुमार ने यही जवाब दिया था ज़ब उनसे यह प्रश्न किया गया. अतः हो सकता है सलमान भी इसी नियम विचारधारा फिलॉसोफी को मानता हो और अपना रखी हो. घर पर तो एक ही भैंस पालकर उसका गोबर उठाकर एक ही तरह का दूध पिसकते हो.

अगर बाजार से दूध पीना है तो बदल बदल कर भी पी सकते हो. कभी गाय भेड़ बकरी उटनी का भी टेस्ट कर सकते हो. एक बंधन मैं बंधकर तो सामाजिक नियम क़ानून भी मानने पड़ेंगे लेकिन समाज सेवा से सूख अपर है असीमित है.

माल भी बहुत मिलता है तरह तरह का मिल ता है. और अपने पर कोई जिम्मेदारी आक्षेप भी नहीं आता. सबके भाईजान बने रहते हो और काम चाहे भाई का करो या साई का जैसा मन चाहे आपकी इच्छा. स्वेच्छाचारी बन कर जगत का आनंद लौ.

सलमान भी बस यही करते दिखा रहे है रोज लोग चरण वंदना मैं लगे रहते है. नये नसए लोंडे भी रखते है उनको भी काम दिलवाते है उनकी देखभाल करते है और सभी उनकी चारण वंदना कर अपने आपको धन्यवाद करते है. दुनिया मैं कुछ भी यही नहीं होता. हर चीज एक कीमत पर ही बिकती है. मुफ्त कुछ भी नहीं है. धरती पर वस्तु विनमय का सिद्धांत चलता है कुछ फो तो कुछ मिलेगा. ज़ब क्रेता विक्रेता कि जरूरते मिलती है तो विनमय होता है एक कीमत पर. यही नियम है.

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