‘सरस्वती वाक् सिद्धि मंत्र’ क्या है?
मंत्र से ज्यादा महत्वपूर्ण उसे सिद्ध करने की योग्यता है।
जो जीभ से सत्य बोलता है, मीठा बोलता है, विनम्र रहता है और अपनी वाणी से दूसरों को सही सलाह देता है। वाणी का प्रयोग निंदा करने के लिये नही करता। उसकी जीभ पर यूं भी सरस्वती देवी विराजती हैं।
बाकी कोई भी मंत्र जप लिया जाय, दैवी शक्तियां केवल चरित्रवान व्यक्तित्व, उच्च उद्देश्य और श्रद्धा विश्वास देखती हैं। जिनके अभाव में कभी किसी को कुछ नही मिलता।