श्राद्ध पक्ष में पितरों को भोजन कराने के लिए क्या-क्या बनाना चाहिए?
हिन्दू धर्म में अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति और तृप्ति के लिए लोग पितृ पक्ष में श्राद्ध करते हैं। श्राद्ध में तर्पण, पिंड दान और ब्राह्मण भोजन का विशेष महत्व बताया जाता है। श्राद्ध कर्म करने वाले संबंधित व्यक्ति को ब्राह्मण भोज के दौरान कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिससे पितरों का आशीर्वाद और कृपा मिल सके।
श्राद्ध के निमित्त भोजन में रखें इन सावधानियां को
श्राद्ध में चावल की खीर, पूरी का विशेष महत्व है, लेकिन कोशिश करें कि खीर गाय के दूध से बनी हो। श्राद्ध में गाय का दूध, दही, घी का इस्तेमाल किया जाता है।
जौ, मटर और सरसों का उपयोग श्रेष्ठ है।
ज़्य़ादा पकवान पितरों की पसंद के होने चाहिए।
गंगाजल, दूध, शहद, कुश और तिल सबसे ज्यादा ज़रूरी है।
तिल ज़्यादा होने से उसका फल अक्षय होता है। तिल पिशाचों से श्राद्ध की रक्षा करते हैं।
इस दिन उड़द की दाल के बड़े, बेल पर लगने वाले मौसमी सब्जियां जैसी लौकी, तोरी, भिंडी, कच्चे केले की सब्जी आदि बनानी चाहिए।
श्राद्ध के निमित्त सात्विक भोजन घर में ही बनाना चाहिए।