लूडो खेल का अविष्कार किसने किया? जानिए
लूडो का आविष्कार भारत में हुआ था इस खेल को प्राचीन काल में पच्चीसी के नाम से जाना जाता था इसका उल्लेख महाभारत में ही नहीं बल्कि हिन्दू पौराणिक कथाओ में भी पच्चीसी का उल्लेख मिलता है।
इतिहास में पच्चीसी का सबसे पहला उल्लेख हमें मिलता हैं 16 वीं सदी में मुग़ल सल्तनत के सबसे प्रभावशाली राजा अकबर के दरबार में, उन्होंने फ़तेहपुर सिकरी के दरबार में एक विशाल पच्चीसी के बोर्ड का निर्माण करवाया था.
इस खेल पर किये गए शोध अनुसार यह खेल 2000 साल से भी ज्यादा पुराना हैं. अकेले मैसूर में ही यह खेल दस तरीके से खेला जाता है, तो आप सोच सकते है पूरे भारत में कितने तरीके से खेला जाता होगा.
हम इसे पगड़े, पच्चीसी, चौपड, चौसड, दायकटम,सोकटम और वर्जेस आदि नामो से भी जाना जाता हैं।