राजधानी में पॉलिथीन खाने से प्रतिवर्ष 1000 गायों की हो रही मौत- ज्योति बाबा

ज्योति बाबा कानपुर गो हत्या और गौ संरक्षण मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण मुद्दे होने के बावजूद पॉलिथीन से गाय की
मौत को गंभीरता से क्यों नहीं लिया जा रहा है।

प्लास्टिक में मौजूद जहरीला पदार्थ 20 फिनाल, बीपी, रंगीन या सफेद प्लास्टिक जार कप के द्वारा शरीर में पहुंचकर मस्तिष्क के विकास को रोककर बच्चों
की स्मरण शक्ति पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं। उपरोक्त बात सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में कोरोना मिटाओ नशा हटाओ प्लास्टिक भगाओ अभियान के तहत आयोजित वर्चुअल अवेयरनेस मीटिंग शीर्षक प्लास्टिक और हमारा पर्यावरण में अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख योग गुरु ज्योति बाबा ने कहीं।

ज्योति बाबा ने कहा कि घटिया प्लास्टिक पानी के पाउच के कारण हारमोंस बनने की प्रक्रिया बाधित होने के साथ प्रजनन पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहा
है। कई बार प्लास्टिक को निस्तारण के उद्देश से जला दिया जाता है। जिससे ग्रीनहाउस गैस उत्पन्न होकर ग्लोबल वॉर्मिंग की समस्या उत्पन्न हो जाती है इसीलिए कोरोना महामारी में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने के लिए प्लास्टिक में गर्म खाने या कॉफी का सेवन ना करें।

फैमिली हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ अजीत सिंह ने कहा कि बच्चों के प्लास्टिक खिलौने खासकर चीन से आने वालों में खतरनाक रंगों में आर्सेनिक और शीशे का इस्तेमाल किया जाता है

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