युवराज सिंह के लगातार छह छक्कों के बारे में कुछ दिलचस्प तथ्य क्या हैं?

19 सितंबर 2007 को भारत-इंग्लैंड की टीमें आमने-सामने थीयुवराज सिंह का क्रीज पर आना तब हुआ था जब भारत ने 16.4 ओवर में 3 विकेट खोकर 155 रन बना लिए थे।

फ्लिंटॉफ ने युवराज सिंह पर बीच मैदान में छीटाकशी की फ्लिंटॉफ ने युवी को जैसे ही उकसाया वे गुस्से में लाल-पीले हो गए। इंग्लैंड के ऑलराउंड एन्ड्र्यू फ्लिंटॉफ़ ने उन पर तंज़ कसना शुरू कर दिया। फ्लिंटॉप लगातार युवराज सिंह के शॉट्स को बेकार कहने लगे। युवराज सिंह को इस बात पर गुस्सा भी बहुत आया एक बार तो उन्होंने फ्लिंटॉफ को बल्ला दिखाया और कहा कि ये जो बल्ला मेरे हाथ में है, मैं उसी से तुम्हें मार दूंगा। गुस्से का शिकार अगले ओवर में स्टुअर्ट ब्रॉड हुए।ब्रॉड को युवराज सिंह ने एक ही ओवर यानी 6 गेंदों पर 6 छक्के जड़ दिए। जिसके बाद से वर्ल्ड क्रिकेट में उन्हें सिक्सर किंग के नाम से पहचाने जाने लगा। युवराज सिंह ने इस मुकाबले में 362.50 की स्ट्राइक रेट से 16 गेंदों पर 58 रन बनाए जिसमें 7 छक्के और 3 चौके शामिल रहे।

इस ताबड़तोड़ पारी के दौरान युवराज ने अपनी फिफ्टी महज 12 गेंदों पर पूरी की, जो कि

T-20 में सबसे तेज अर्धशतक का आज भी वर्ल्ड रिकॉर्ड है।

पहली गेंद.

लम्बी फ़ेंकी गेंद. बल्ले के आगे. लेग स्टंप की लाइन में. युवराज ने लेग साइड में रूम बनाया और गेंद के टप्पे पर बल्ले को सटा दिया. हाथों की पूरी ताकत उस शॉट में झोंक दी गयी थी. गेंद आसमान में चलती जा रही थी. वापस आने के मूड में नहीं थी. कम से कम उस रात तो नहीं. ये शॉट कम एक तमाचा ज़्यादा था. स्टुअर्ट ब्रॉड को ये बताना था कि आखिर ऐसे समय में जब इनिंग्स खात्मे की ओर है तब ऐसी जगह पर गेंद फेंकने की ज़ुर्रत भी कैसे की. पहली गेंद और छह रन. युवराज 20 रन, सात गेंद में.

दूसरी गेंद.

पहली और दूसरी गेंद के बीच में कुछ वक़्त लगा. पहली गेंद पर मारा गया शॉट गेंद को स्टेडियम के बाहर तक ले गया था. युवराज के पैरों की लाइन में आती गेंद. इस बार लेंथ कुछ छोटी. बिना रूम बनाये एक फ्लिक. ऐसे कि ब्रॉड को घर चले जाने को कह रहे हों. कलाइयों का इससे ज़्यादा इस्तेमाल बैटिंग में तो नहीं ही किया जा सकता था. बॉल एक लूप बनाते हुए बैकवर्ड स्क्वायर लेग की बाउंड्री के पार गिरी. कैमरा फ़्लिंटॉफ़ को दिखा रहा था. वो अपना सर हिला रहे थे. अविश्वास में. दूसरी गेंद और छह रन. युवराज 26 रन, आठ गेंद में.

गेंद को बार-बार बाउंड्री पार से वापस लाना पड़ रहा था.

तीसरी गेंद.

पहली गेंद की तरह ही दूसरी गेंद को वापस लाने में टाइम लग गया. युवराज बल्ले पर हीरो होंडा का स्टिकर चमकाये बल्ले को गदे जैसा घुमा रहे थे. गेंद के लौट आने तक. तीसरी गेंद. लोवर फ़ुलटॉस. इस बार ब्रॉड ने अपनी लाइन ठीक करने की कोशिश की. ऑफ स्टंप के कुछ बाहर. वो शायद ऑफ स्टम्प के बाहर यॉर्कर फेंकना चाह रहे थे. गेंद हवा में थी. इस बार छक्के पर एक संशय लग रहा था. “This is in the air again. Clears long on. Three in a row.” रवि शास्त्री की आवाज़ आ रही थी. दाहिना पैर रास्ते से हटाकर बल्ले को फ़ुल स्विंग करने देने के लिए युवराज की टेक्नीक पूरी तरह सही थी. गेंद बाउंड्री के पार पहुंची. तीसरी गेंद और छह रन. युवराज 32 रन, नौ गेंद में.

चौथी गेंद.

इस बार गेंद को वापस आने में ज़्यादा वक़्त नहीं लगा. ब्रॉड के चेहरे पर हताशा साफ़ दिख रही थी. स्टेडियम में शोर अपने चरम पर. ब्रॉड फिर से दौड़ पड़े. इस बार राउंड द विकेट. लेंथ यॉर्कर रखने के चक्कर में और साथ ही पेस रखने के चक्कर में गेंद फुलटॉस हो गयी. ऑफ स्टम्प के बाहर. युवराज के लिए मुफ़्त का माल. सिर्फ सही टाइम करना था. पॉइंट के ऊपर से छह रन. चार छक्के लगातार. बॉलिंग कोच वेंकटेश प्रसाद बाउंड्री के पार खड़े तालियां पीट रहे थे. हिन्दुस्तानी गांवों में ऐसे कामों पर बताशे बांटे जाते थे. ये एक अलग गांव था. यहां ज़मीन विदेशी थी. लेकिन कर्मकांड हिन्दुस्तानी रीति-रिवाज़ से हो रहे थे. एक पंजाबी की चल रही थी. और वो धूम मचा रहा था. चौथी गेंद और फिर छह रन. युवराज 38 रन, 10 गेंद में.

पांचवीं गेंद.

सैकड़ों रीप्ले दिखने के बाद ब्रॉड फिर से अपने रनअप पर खड़े दिखे. पॉल कॉलिंगवुड कप्तान होने के नाते ब्रॉड से कुछ कहते हैं. हालांकि दोनों ही एक दूसरे जितने लाचार थे. कॉलिंगवुड उन्हें किस चैनल में गेंद फेंकना ही समझा रहे थे. ब्रॉड फिर से ओवर द विकेट गेंद फेंकने को आते हैं. गुड लेंथ के आस-पास पड़ी गेंद. पैरों की लाइन में. युवराज घुटने पर बैठ जाते हैं. बल्ला आड़ा चला दिया. गेंद हवा में टंग गयी. बकौल युवराज सिंह, वो गेंद मिस-टाइम हो गयी थी. लेकिन हमारे लिए नहीं. हमारे लिए वो फिर से एक छक्का था. गेंद घंटों हवा में टंगी रहने के बाद तड़ाक की एक आवाज़ के साथ बाउंड्री से टकराई. पांच में पांच. पांचवीं गेंद और फिर छह रन. युवराज 44 रन, 11 गेंद में.

छठी गेंद.

ब्रॉड मुस्कुरा रहे थे. युवराज ने पांचवां छक्का मैस्केरेंह्स के सर के ऊपर से मारा था. वही मैस्केरेंह्स जिसने युवराज को ओवल में पांच छक्के मारे थे. युवराज ने एक कदम आगे रहने का मन बनाया हुआ था. ब्रॉड की लम्बी गेंद. पहली गेंद से कुछ छोटी पर फिर भी बल्ले की रेंज में. वाइड मिड ऑन के ऊपर से छह रन. मैस्केरेंह्स के पांच छक्के भुलाए जा चुके थे. स्टुअर्ट ब्रॉड ज़मीन के फटने का इंतज़ार कर रहे थे. फ़्लिंटॉफ़ खुद को कोस रहे थे. “Six sixes in an over.” तमाम चीजों के चांद से दिखने के बाद ये पहली दफ़ा ऐसा हुआ था कि कोई आवाज़ चांद पर सुनाई दी हो. रवि शास्त्री की वो आवाज़. युवराज सिंह धोनी के पास पहुंचे हंसते हुए उनके ग्लव्स पर वार किया. और फ़्लिंटॉफ़ को संबोधित करते हुए कुछ सुविचार उचारे. छठी गेंद और फ़िर फ़िर छह रन. युवराज 50 रन, 12 गेंदों में. टी-20 की सबसे तेज़ हाफ़ सेंचुरी.

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