माचू पिच्चू के बारे में आप क्या जानते हैं? जानिए

दक्षिण अमेरिकी देश पेरु के कुज़्को के उत्तर-पश्चिमी चट्टानी ग्रामीण इलाके में स्थित माचू पिच्चू दुनिया के सात आश्चर्य में से एक है। 7 जुलाई 2007 को घोषित विश्व के सात नए आश्चर्य की सूची में माचू पिच्चू का नाम दर्ज किया गया।

1981 में माचू पिच्चू को पेरू के ऐतिहासिक देवालय का दर्जा दिया गया तथा 1983 में इसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया। यह समुंद्र तल से 2,430 मीटर की ऊंचाई पर एक उष्णकटिबंधीय पहाड़ी (उरुबाम्बा घाटी) पर स्थित है। इसी घाटी में से उरुबाम्बा नदी बहती है।

माचू पिच्चू का संबंध इंका सभ्यता से है इसलिए इसे “इंकाओ का खोया हुआ शहर” भी कहा जाता है। 1430 ईसवी में इंका साम्राज्य के शासकों ने इसका निर्माण किया था, लेकिन 1530 ईसवी में स्पेनियोंं ने इंका साम्राज्य पर अपना अधिकार स्थापित कर लिया और कोंलबियाई सभ्यता की विजय आंरभ हुई। उसके पश्चात इस क्षेत्र को ज्यों का त्यों ही छोड़ दिया गया। माचू पिच्चू इंका साम्राज्य के सबसे प्रसिद्ध चिन्हों में से एक है।

माचू पिच्चू का निर्माण इंका सभ्यता की पुरातन शैली में किया गया था। इसमें पॉलिशदार पत्थरोंं का प्रयोग किया गया था। यह क्षेत्र 5 मील तक फैला हुआ है। माचू पिच्चू एक सांस्कृतिक तथा पवित्र स्थल माना जाता है क्योंकि स्पेनियोंं ने इस क्षेत्र पर अधिकार करने के बाद इस क्षेत्र को नहीं लूटा और इसे ऐसे ही छोड़ दिया गया।

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