भारत में सोलर एनर्जी का क्या भविष्य है?
वर्तमान समय में कोयला, डीजल ,पेट्रोल जैसे इंधन के साधनों की कमी तथा महंगाई के कारण उर्जा खपत को ध्यान में रखते हुए सौर उर्जा के भविष्य को संवारने पर जोर दिया जा रहा है।
भारत में सौर ऊर्जा हेतु विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन भारत सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा किया जाता है। भारत की घनी आबादी और उच्च सौर आतपन सौर ऊर्जा को भारत के लिए एक आदर्श ऊर्जा स्रोत बनाता है
अक्षय ऊर्जा राज्य मंत्री पीयूष गोयल ने जुलाई 2014 में लोकसभा को बताया कि सरकार रीवा में 750 मेगावाट सौर पार्क का निर्माण करने का इरादा रखती है। पार्क से उत्पन्न 24% बिजली दिल्ली मेट्रो रेल निगम को बेची जाएगी और शेष मध्य प्रदेश राज्य उपयोगिता, एम.पी. पावर मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड को 220/400 केवी सबस्टेशन के विकास के लिए प्रोजेक्ट साइट से अलग-अलग उपभोक्ताओं को निकालने के लिए अनुबंध से सम्मानित किया गया है।
वर्तमान समय में रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर मध्य प्रदेश के रीवा जिले के गुढ़ तहसील में 1,590 एकड़ (6.4 किमी 2) के क्षेत्र में एक प्रस्तावित सौर पार्क है। परियोजना जनवरी2020 में 750 मेगावाट की क्षमता के साथ चालू होगया है। इसका उद्धघाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों द्वारा 10 जुलाई 2020 को विडिओ कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया।