भारत में मरने के बाद तेरहवीं क्यों मनाते हैं? जानिए

हिंदू धर्म में तेहरबी पर दो काम होते हैं पहला सभी रिश्तेदारों व करीबी लोगों को बुलाया जाता है और घर में शुद्धता के लिए (अशुद्धि मृतक के कारण ही नहीं इस बीच में बहुत से कार्य न होने से गृह में ऋणात्मक ऊर्जा का प्रवाह व हर तरह के व्यक्ति के प्रवेश से रोगाणु की उपस्थिति के कारण अशुद्धि) यज्ञ कराया जाता है । इससे घर के अंदर शुद्धि हो जाती है ।

ब्राह्मण भोजन कर इसको प्रमाणित करते हैं सब भोजन कर इसपर अपनी सहमति देते हैं।

दूसरा इसी समय रस्म पगड़ी होनें के कारण सभी संबंधी जनो के मध्य नया मुखिया चुना जाता है।

इस तरह इस तेरहवीं एक तरह का शुद्धिकरण के लिए किए जाने वाला कार्य ही नहीं घर का नया मुखिया चुना जाना भी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *