भारत का ऐसा गांव जहां पर एक दूसरे को छूना मना
इस दुनिया में बहुत से आश्चर्य हैं। कहीं पर संस्कृतिक अष्ट जो होते हैं कहीं पर जाति प्रथा के आश्चर्य, कहीं पर इमारतों के आश्चर्य हैं, तो कहीं किसी और चीज के लिए आश्चर्य भरे पड़े हैं। दुनिया में इतने सारे आश्चर्य है कि हम आपको पूरी तरह से नहीं बता सकते लेकिन आज हम आपके लिए अपने ही भारत देश में पनप रहे एक अजीब से आश्चर्य के बारे में बताने जा रहे हैं।
दोस्तों यह आश्चर्य भारत के एक गांव से निकलकर आप लोगों के सामने आ रहा है दोस्तों यह आश्चर्य है हिमाचल प्रदेश के एक गांव जिसका नाम है मलाना का है। दोस्तों इस गांव का बड़ा अजीब ही रीति रिवाज है यहां पर जब आप आएंगे तो आपको खुद ही पता चल जाएगा वैसे आपकी जानकारी के लिए में बता देत हूं कि यहां पर लोग एक दूसरे को आपस में नहीं छू सकते हैं। यदि परिवार में कोई सदस्य आपस में मिलकर रह रहे हैं तो उसमें कोई एक दूसरे को छूता नहीं है। सब अलग-अलग बैठकर अपनी इस प्रथा का पालन करते हैं।
दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि यह गांव हिमालय की मनोरम घाटियों के कुल्लू घाटी के उत्तर पूर्व में स्थित है। यहां के लोग अपने आपको किंग एलेग्जेंडर के वंशज बताते हैं। इस गांव में विश्व का सबसे पुराना लोकतंत्र भी है और यह काम द्विसदनात्मक संसद द्वारा चलाया जाता है। इसमें निचला सदन कनिष्ठांग और उच्च सदन को ज्येष्ठांग बोला जाता है। दोस्तों इस गांव के भाषा कनाशी है।