भारतीय राष्ट्रीय तिरंगा फहराने के जरूरी नियम-कानून

  1. भारत का राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए आपको कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना होगा झंडा के बनावटहाथ से काते गए और हाथ से बुने गए ऊनी/सूती/सिल्क/खादी के कपड़े से बना होना चाहिए। इसकी लंबाई और चौड़ाई का अनुपात 3:2 होना चाहिए। अगर आप भी राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको इन सभी जरूरी मापदंडों को ध्यान में रखकर ही राष्ट्रीय ध्वज को पड़ा है ताकि हमारा राष्ट्रीय ध्वज आकाश की ऊंचाइयों में अच्छी तरह से लहरा पाए और देश के सम्मान को ऊंचा कर पाए।
  2. इन बातों का विशेष ध्यान रखें।
  3. राष्ट्रीय झंडा का प्रयोग व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में नहीं किया जा सकता है ऐसा करना कानूनी अपराध है।
  4. किसी भी व्यक्ति को सलामी देने के लिए राष्ट्रीय ध्वज को झुकाया नहीं जाता है बल्कि उसे ऊंचा कर कर आकाश की ऊंचाइयों में लहराया जाता है ताकि हमारा झंडा का मस्तक आकाश की ऊंचाइयों को छू पाए और हमें अपने देश पर गर्व हो। 3.झंडे को आधा झुकाकर नहीं फहराया जाना चाहिए। जब तक झंडे को आधा फहराने का आदेश न हो तब तक झंडे को आधा नहीं फहराया जाना चाहिए। क्योंकि अगर आप इस नियम को नहीं मानते हैं तो आपके ऊपर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है इस बात का उल्लेख संविधान में भी किया गया है।4. किसी भी ड्रेस को बनाने के लिए राष्ट्रीय ध्वज का प्रयोग करना कानूनी अपराध है अगर कोई ऐसा करता है तो उसे जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है क्योंकि राष्ट्रीय ध्वज हमारा मान और सम्मान है और कोई भी व्यक्ति हमारे मान सम्मान से अगर खिलवाड़ करेगा तो उसे सजा मिलनी जरूरी है।.5.भारतीय राष्ट्रीय ध्वज में कोई भी तस्वीर, पेटिंग या फोटोग्राफ नहीं बनी होनी चाहिए। तिरंगे के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए। इसके अलावाझंडे का प्रयोग अन्य किसी रूप में नहीं किया जाना चाहिएऔर फटा हुआ और मैला ध्वज प्रदर्शित नहीं करना चाहिए।
  5. झंडे का अपमान करने पर हो सकती है सजा। भारतीय अधिनियम कानून के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति राष्ट्रीय धवज या संविधान के किसी भी कॉपी को जलाता है या उसको कुछलता है तो उसके ऊपर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है क्योंकि ऐसा करना देश के मान सम्मान के साथ खिलवाड़ करना है और देश को क्षति पहुंचाना है ऐसे में अगर कोई व्यक्ति दोषी पाया जाता है तो उसे 3 वर्ष की सजा और जुर्माना भी हो सकता है और अगर व्यक्ति जुर्माना चुका पाने में असमर्थ है तो उसे और भी सजा काटनी पड़ सकती है इसलिए आप हमेशा अपने राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करें क्योंकि राष्ट्रीय ध्वज हमारा गर्व है और गर्व को कुचलना हम सबके लिए देश का अपमान करने के बराबर है क्योंकि देश हमारी मातृभूमि है और माता का अपमान नहीं किया जाता है।
  6. कागज के झंडे का इस्तेमाल।

अधिकांश लोगों द्वारा कागज के झंडों का इस्तेमाल राष्ट्रीय पर्व के मौके पर किया जा सकता है, परंतु इन झंडों को जमीन में नहीं फेंकना चाहिए। इन झंडों को उनकी मर्यादा के अनुरूप एकांत में रख दें। अगर ये फट जाए या मैला हो जाए तो इन झंडों को मर्यादा के अनुरूप ही नष्ट किया जा सकता। इसलिए आप इस प्रकार की गलती हरगिज़ ना करें।

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