भगवान शिव का सबसे ऊंचा मंदिर कौन सा है? जानिए नाम
दुनिया का शिव का सबसे ऊँचा मंदिर है तुंगनाथ, जो पंच केदार में से एक है। इसकी ऊँचाई चंद्र्शीला तक 14200 फ़ीट है।
तुंगनाथ मंदिर उतराखंड के केदारनाथ से बद्रीनाथ जाने वाले रास्ते में चोपता में पड़ता है। यह मंदिर चोपता से 3.5 किलोमीटर की दूरी पर पड़ता है। (मुख्य मंदिर तक पहुँचने के लिए आपको ट्रेकिंग करके जाना पड़ता है।)
अब आपको सीधी जानकारी देकर मैं बोर नहीं करना चाहूँगी। क्यों ना इसे अपने तरीक़े से लिखा जाए, आप तैयार हैं तो मेरे साथ निकल चलिए भगवान शिव के सबसे ऊँचे मंदिर के सफ़र पर..
नोएडा से शुरू हुआ रात भर का सफ़र और बहुत ही प्यारे संगीत सुनते सुनते हुए सुबह कब हम उतराखंड की जमीं/जन्नत में पहुँच गए, पता ही नहीं चला।
गाड़ी एक जगह रुकती है.. पास में ही खूबसूरत नदी बह रही है।अलखनंदा और मंदाकिनी का संगम (रूद्र्प्रयाग में आपका स्वागत है)
अगर आप अकेले आ रहे हैं तो आप ऋषिकेश तक आ सकते हैं वहाँ से आप अपनी गाड़ी कर सकते हैं अगर ग्रूप में आ रहे हैं तो आपका खर्च कम हो जाएगा। नहीं तो प्राइवेट टेक्सी करें क्योंकि यहाँ के लिए यही ऑप्शन हैं।
लेकिन मैंने यहाँ एक ट्रैवल पकैज लिया है तो बहुत से सफ़र करने वाले वाले यात्री हैं जो अब तक एक दूसरे से अंजान हैं।
चलिए अपना सफ़र को जारी रखते हैं। बस अब मंज़िल कुछ ही दूरी पर है। कुछ घंटों का और इंतज़ार और हम मंज़िल पर पहुँच जाएँगें। बर्फ़ दिखने लगी है और मंज़िल तक पहुँचने की उत्सुकता और बढ़ गई गई।
यहाँ चोपता में आपको होटल वाली सुविधा नहीं मिलेगी। क्योंकि यहाँ आबादी न के बराबर है तो आप यहाँ किराए पर कैम्प में एक टेंट ले कर रह सकते हैं। ये भी बता दें कि यहाँ अभी तक बिजली भी नहीं पहुँची हैं तो आपको यहाँ सोलर लाइट मिलती है वो भी मुश्किल से एक घंटे के लिए जिसमें आप केवल एक बल्ब जगा सकेंगे या थोड़ा फ़ोन चार्ज कर पाएँगें।