बिजली का झटका लगने से इंसान की मौत क्यों हो जाती है?

आपने अक्सर सुना होगा की कर्रेंट लगने से इंसान मौत हो गयी, बहुत सरल शब्दों मे आपको बताते है की ऐसा क्यों होता है,

सबसे पहले जानते है की कर्रेंट क्या होता है?

करेंट इलेक्ट्रान का मूवमेंट होता है, और यह कुछ जरुरी सिद्धांत पर काम करता है जैसे जब सर्किट कम्पलीट होता है तो कर्रेंट बहता है, करंट हमेशा कम बाधा वाले रास्ते को चुनता है, एक उदाहरण से समझते है जैसे एक आदमी घास के बजाय फुटपाथ पर चलना पसंद करेगा, क्योंकि वह रास्ता आसान होगा।

मानव शरीर को करंट लगता कैसे है?

हम जानते है की इंसान के शरीर मे इलेक्ट्रान पाए जाते है, जब हम गलती से बिजली के नंगे तारों को छूते है तो इलेक्ट्रान इंसान के शरीर से गुजरते हुए ज़मीन मे चले जाएंगे, और सर्किट कम्पलीट हो जाएगा जिससे हमें करंट लग जाता है।

करंट से मौत क्यों हो जाती है?

जब हम बिजली के संपर्क मे अधिक देर तक रहते है तब ऐसा होता है, इंसान के शरीर मे 65 से 70% पानी होता है, जब किसी इंसान के शरीर को करंट लगता है तो यह पानी सूखने लगता है, और पानी सूखने से हमारा खून गाढ़ा हो जाता है, जिससे यह शरीर के सारे अंगों तक नहीं पहुंच पाता है, इससे हमारा अंग काम करना बंद कर देता है और इंसान की मौत हो जाती है।

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