बारिश में बिजली के पोल में करंट क्यों नहीं आता है? जबकि पूरा पोल पानी से भीगा होता है और बिजली के तार से पानी बहता हुआ पोल से नीचे उतरता है?
बिजली के पोलों पर जब भी तार खींचे जाते हैं तो हमेशा यह ध्यान रखा जाता है कि वे कहीं भी पोल से संपर्क न करने पायें। इन्हें जहाँ भी पोल से बाँधने की ज़रूरत होती है वहाँ चीनी मिट्टी से बने इन्सुलेटर्स काम में लाये जाते हैं।
ये इन्सुलेटर्स न केवल तार को पोल से सीधे संपर्क से रोकते हैं बल्कि बाहरी सतह चिकनी होने के कारण बरसात के पानी को भी नहीं रुकने देते। इसलिये बिजली के पोल में करंट नही आ पाता है।
फिर भी यदि किसी तरह बिजली पोल में आ जाती है तो उसकी सुरक्षा के प्रबंध भी रहते हैं।इसके लिये हर पोल पर सबसे ऊपर एक जी आई तार बिना इन्सुलेटर के बाँधा जाता है। इसे अर्थ वायर कहा जाता है। साथ ही साथ जगह जगह पोलों की अर्थिंग भी की जाती है।इस तरह कोई अनहोनी की दशा में करंट सीधे अर्थ हो जाया करती है और पोल में कोई करंट की स्थिति नहीं रह जाती है।