बंदरगाह और पत्तन में क्या अंतर है?

समुद्र अथवा नदी के किनारे स्थित वह नगर जिसमें एक पोताश्रय होता है और जहां पर जहाजों से माल उतारने तथा चढ़ाने की सुविधा उपलब्ध होती है, उसे पत्तन कहते है। पत्तन पर जादातर बाहरी देशोंसे आनेवाली जहाज लगते है, जिसमे मुख्यतः बड़े कंटेनर्स होते है।

बड़े-बड़े महासागरों में आने-जाने वाले पोतों द्वारा प्रयुक्त होने वाले पत्तनों को प्रायः समुद्री पत्तन कहते। जैसे कि,

ये मुम्बई पत्तन है, जिसे अंग्रेज़ों ने बनाया था, योरोप से व्यापार करने हेतु…

या फिर,

ये विशाखापटनम पत्तन, जिसे एक अच्छा प्राकृतिक पत्तन कहा जाता है…

बंदरगाह किसी बड़े जल निकाय से जुड़ा हुआ ऐसा छोटा जलसमूह होता है जहाँ जलयानों और नावों को बड़े जलनिकाय के खुले पानी से आश्रय मिलता है। यहाँ से लोग जल वाहनों से भूमि पर आ-जा सकते हैं। कई बंदरगाहों में जहाज़ों के स्वयं भूमि तक आकर उसके साथ खड़े होने के प्रबन्ध होते हैं, लेकिन अन्य में कम गहराई के कारण जलयान भूमि से कुछ दूरी पर खड़े होते हैं और उनसे सामान व लोग छोटी नावों द्वारा भूमि तक आए-जाए सकते हैं। जैसे कि,

ये रेवस बंदरगाह, महाराष्ट्र में मुम्बई के पास होनेवाले इस बंदरगाह से रोज हजारो लोग रोजी रोटी के लिए मुम्बई आते जाते है।

या तो फिर,

ये विजयदुर्ग बंदरगाह, महाराष्ट्र के कोंकण इलाकेमें स्थित, जहांसे मछवारे मछली पकड़ने निकलते है।

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