पूर्व भारतीय स्पिनर मनिंदर सिंह सौरव- गांगुली को मानते हैं सर्वश्रेष्ठ
भारतीय -क्रिकेट टीम के दो कप्तान कपिल -देव और महेंद्र सिंह धौनी ने विश्व कप का खिताब जीता। इन दोनों कप्तान के विश्व कप चैंपियन बनने के बाद भी पूर्व भारतीय स्पिनर मनिंदर सिंह सौरव- गांगुली को सर्वश्रेष्ठ मानते हैं। उनका कहना है गांगुली ने टीम को बनाया और खिलाड़ियों का समर्थन किया।
मनिंदर सिंह ने कहा, धौनी भाग्यशाली थे की कपिल देव ने हमारे लिए साल 1983 में विश्व कप जीता फिर सौरव -गांगुली ने यह विश्वास दिलाया कि हम किसी भी स्थिति में किसी भी टीम को हरा सकते हैं। धौनी को इसी की वजह -से सबकुछ मिला।
मनिंदर ने कहा कि उनकी नजर में कपिल औ धौनी एक जैसे ही कप्तान हैं क्योंकि वो दोनों ही सकारात्मक, शांत और बहुत ही चतुर थे। “जब कपिल देव कप्तान थे तो विश्वास की कमी थी। वैसे तो सकारात्मकता, शांत भाव इन दोनों के बीच एक जैसा ही था। मेरे लिए कपिल और धौनी एक ही जैसे हैं। अगर कपिल के सामने कोई ऐसा होता जिसने उनसे पहले विश्व कप जीता होता तो वो भी एक महान कप्तान होते।”
मनिंदर ने सौरव गांगुली को सर्वश्रेष्ठ कप्तान बताया और कहा, “मुझे गांगुली की कप्तान बहुत पसंद थी। देखिए उन्होंने जो भारतीय क्रिकेट को दिया वे था कि अच्छे टैलेंट को पहचाना। उन्होंने युवराज को तलाश कर निकाला, हरभजन सिंह का समर्थन किया जब उनको बाहर निकाल दिया गया था।”
मनिंदर ने कहा 146 वनडे और 49 टेस्ट में कप्तानी करने वाले गांगुली ने वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह, जहीर खान और युवराज सिंह जैसे खिलाड़ियों को बनाया। “वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर का आप नाम ले सकते हैं। उन्होंने राहुल द्रविड़ को विकेटकीपर बनाया। द्रविड़ ने 10 हजार से ज्यादा वनडे रन बनाए। सहवाग मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज थे और उनको साउथ अफ्रीका में ओपनिंग करने कहा।”
उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था अगर मैं ओपनिंग में रन नहीं बनाता तो मैं ओपनर नही बनता। इस पर सौरव ने उनसे कहा था कि मैं आपको साउथ अफ्रीका में ये टेस्ट मैच देता हूं और अगर आप इसमें फेल हो जाते हैं तो भी यह पक्का करता हूं कि टीम से बाहर नहीं किए जाएंगे। मिडिल ऑर्डर में आपको मौका दूंगा। ऐसा होता है एक कप्तान।”