पद्मनाभस्वामी मंदिर का रहस्य क्या है?
भारत वर्ष साधू-संतों और सन्यासियों का देश रहा है. समय-समय पर संतों और सामर्थ्यशाली राजा-महाराजाओं ने धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए कई अद्भुत मंदिरों का निर्माण किया है. जिसमें से एक है।
श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर (रहस्यमई दरवाजा)
भारत के केरल राज्य के तिरुवनंतपुरम में स्थित भगवान विष्णु का प्रसिद्ध हिन्दू मंदिर जिस मंदिर का इतिहास काफी पुराना है।
1. रहस्यमई दरवाजा:- केरल में तिरुवनंतपुरम पद्मनाभ स्वामी मंदिर दुनिया के कुछ सबसे रहस्यमय जगहों में एक है। ये रहस्य है एक दरवाजे का, जिसे आज तक कोई खोल नहीं सका।
2. सिद्धपुरूष की तलाश :- माना जाता है कि उसे केवल कोई सिद्धपुरुष ही खोल सकता है, लेकिन आज की तारीख में जो इसे खोल सके ऐसा कोई सिद्ध पुरुष पूरी धरती पर नहीं है। यह भी माना जाता है कि ये दरवाजा भगवान तक जाता है। आखिर क्यों आज तक सारे प्रयत्न विफल रहे ? आखिर क्या है इस दरवाजे का रहस्य? क्या सचमुच इसके पीछे भगवान तक पहुंचने का रास्ता है?
3. रत्नों का भंडार :- इस मंदिर के गर्भ-गृह खजाने में 2 लाख करोड़ का सोना है, पर इतिहासकारों के अनुसार वास्तविकता में इसकी ये अनुमानित राशि इससे कहीं दस गुना ज्यादा होगी। इस खजाने में सोने-चांदी के महंगे चेन, हीरा, पन्ना, रूबी, दूसरे कीमती पत्थर, सोने की मूर्तियां, रूबी जैसी कई बेशकीमती चीजें हैं जिनकी असली कीमत आंकना बेहद मुश्किल है।
4. कलियुग के पहले दिन मंदिर की हुई थी स्थापना :- मंदिर में पद्मनाभ स्वामी की मूर्ति की स्थापना कब और किसने की, इसकी कहीं कोई ठोस जानकारी नहीं है। त्रावनकोर के इतिहासकार डॉ एल. ए. रवि वर्मा के अनुसार ये रहस्यमय मंदिर 5000 साल पहले कलियुग के पहले दिन स्थापित हुआ था ! तद्यपी 1733 ई. में पद्मनाभ मंदिर का पुन्निर्माण त्रावनकोर के महाराजा मार्तड़ वर्मा ने करवाया था ! जो अद्भुत है।
5. मंदिर के पूज्य “विष्णु” :- भगवान विष्णु को समर्पित इस मंदिर में सिर्फ हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले ही जा सकते हैं और यहां प्रवेश के लिए एक खास वस्त्र (ड्रेस कोड) धारण करना भी ज़रूरी है। ये दुनिया का सबसे धनी हिंदू मंदिर है जिसमें बेशकीमती हीरे-जवाहरात जड़े हैं।