नवरात्रि के दिनों मे ये काम भूलकर भी न करें

नवरात्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से प्रारम्भ होते हैं। चैत्र नवरात्र हों या शारदीय नवरात्र नौ दिनों तक मां भगवती की पूजा का उत्सव चलता है। लोग मां से मनोकामनायें पूर्ण करने की उम्मीद लिये उपवास रखते हैं। रात भर माता का जागरण करते हैं।

नवरात्र पर्व की धूम देश के हर भाग में अलग−अलग तरह से देखने को मिलती है। जहां उत्तर भारत में मंदिरों में मां भगवती का पूरे श्रृंगार के साथ पूजन किया जाता है वहीं गुजरात और महाराष्ट्र में गरबा का आयोजन किया जाता है तो बंगाल में मनाया जाने वाला दुर्गोत्सव अलग ही छटा बिखेरता है। मां के मंदिरों विशेष रूप से जम्मू के कटरा स्थित माता वैष्णो देवी में तो नवरात्र में श्रद्धालुओं का तांता ही लग जाता है। लेकिन जाने अनजाने कुछ ऐसी गलतियां हो जाती हैं.

जिनसे बचना चाहिये। आइये बताते हैं आपको नवरात्र के दिनों में क्या सावधानियां रखनी चाहिये।नवरात्रों में प्रतिदिन व्यक्ति को माता जी के मंदिर में जाकर, माता जी का ध्यान करना चाहिए और अपने एवं परिवार की खुशहाली की प्रार्थना माता जी से करनी चाहिए।शास्त्र बताते हैं कि यदि प्रतिदिन साफ़ जल, नवरात्रों में माता जी को अर्पित किया जाता रहे तो इस कार्य से माता जी जल्दी प्रसन्न हो जाती हैं.

यदि आप घर पर ही हैं और बाहर नहीं जाना है तो आपको स्वछता की दृष्टी से नंगे पैर रहना चाहिए। साथ ही साफ़ और पवित्र कपड़ों का ही प्रयोग व्यक्ति को करना चाहिआज यह बात विज्ञान भी मानने लगा है कि व्यक्ति यदि उपवास करता है तो इस कार्य से शरीर की सफाई हो जाती है। दूसरी तरफ भक्ति की दृष्टी से भी उपवास बहुत महत्वपूर्ण बताये गये हैं।

आज कलयुग में उपवास एक तरह की तपस्या ही हैं।माता जी के आठवें दिन, माता जी की विशेष पूजा का आयोजन किया जाना, शुभ बताया जाता है.नवरात्रों में एक बात का विशेष ध्यान सभी को रखना चाहिए कि यदि आप व्रत कर रहे हैं या नहीं कर रहे हैं लेकिन इन नौ दिनों में हर व्यक्ति को ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करना चाहिए।

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