धनुषकोटि को देश का सबसे भयानक गाँव क्यों माना जाता है? जानिए वजह
धनुषकोटि हिन्दुओं एक पवित्र तीर्थस्थल भी है। यहाँ दो समुद्रों के संगम है। पवित्र सेतु में स्नान कर तीर्थयात्री रामेश्वरम में पूजा के लिए अपनी यात्रा प्रारंभ करते हैं। यहाँ से रामेश्वरम करीब 15 किलोमीटर दूर है। धनुषकोटि में रात में रुकना मना है, क्योंकि 15 किलोमीटर का रास्ता सुनसान, भयानक डरावना और रहस्यमयी है। इसलिये सूर्यास्त से पहले रामेश्वरम लौट आएं।
धनुषकोटि डरावनी होने के बावजूद पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने में कामयाब है। आपको बता दें कि धनुषकोटि भुतहा जगहों की सूची में शुमार हो चुकी है। इसलिए पर्यटक दिन के उजाले में घूमने जाते हैं और शाम तक रामेश्वरम लौट आते हैं, क्योंकि पूरा रास्ता सुनसान-डरावना व रहस्य से भरा हुआ है।