द्रोपदी के रूप में किसने जन्म लिया था? जानिए उनका नाम
स्वयं स्वर्ग लक्ष्मी सचि ने ही द्रोपदी के रूप में जन्म लिया था और अर्जुन देवराज इन्द्र के अंश थे तथा बाकी के चार पांडव पूर्व के चार इन्द्र थे।
इसके अलावा एक जन्म में द्रोपदी एक साध्वी स्त्री थी जिसने तपस्या से शिव को प्रसन्न किया तथा शिव ने उसे पांच सर्वगुण संपन्न पतियों का आशीर्वाद दिया था।
द्रोपदी के सचि व पांडवों के इन्द्र होने तथा शिव के वरदान के कारण द्रोपदी का पांच पतियों से विवाह सनातन धर्म ही था साथ में इस रहस्य को जानने के बाद ही द्रुपद इस विवाह के लिए राजी हुए थे टीवी सीरियल की तरह द्रुपद अपनी यज्ञ से प्राप्त हुई पुत्री से नफ़रत नहीं करते थे।