दिसंबर 2021 तक सभी ट्रेन में होगा जीपीएस ट्रैकिंग ऐसे रखी जाएगी रेलवे की संपत्ति पर नजर
भारतीय रेल को आधुनिक और डिजिटल स्वरूप देने के लिए रेल बोर्ड ने बहुआयामी कार्ययोजना तैयार की है। सेटेलाइट के जरिए ट्रेन पर नजर रखने के साथ क्यूआर कोड के जरिए यात्री टिकट चेक किए जाएंगे। लोको से लेकर निविदा और प्रबंधन का काम डिजिटल होगा। दिसंबर 2021 तक सारी ट्रेन जीपीएस पर आ जाएंगी।
रेल बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने भारतीय रेल के डिजिटलीकरण को साझा करते हुए कहा कि रेलवे में यात्री सेवाओं, माल की ढुलाई समेत संचालन व प्रबंधन सभी कामों का डिजिटलीकरण किया जा रहा है।
सेटेलाइट के जरिए ट्रेन की ट्रैकिंग की जा रही है। 2700 विद्युत और 3800 डीजल इंजनों को जीपीएस से लैस किया जा चुका है। दिसंबर 2021 तक बाकी छह हजार इंजनों में भी जीपीएस लगा दिया जाएगा। इसमें इसरो के दो सेटेलाइट की मदद ली जा रही है।
रेलवे ने कहा है कि विंडो टिकट का ऑनलाइन टिकट मिलना जारी रहेगा कागज के प्रिंटेड टिकट भी क्यूआर कोड से लैस होंगे। ऐसे टिकट लेने पर मोबाइल पर एसएमएस आएगाजिस पर लिंक हो गए इस लिंक पर क्लिक करने से क्यूआर कोड जनरेट होगा इसके बाद यह टीटी टिकट चेक करने पर आप एक ही बार दिखा सकते हैं और अपना टिकट कंफर्म करा सकते हैं.