दिल को छू लेने वाली तितली के संघर्ष की कहानी

बहुत पहले की बात है। अमन और लोकेश पर बहुत ही अच्छे दोस्त हैं। अमन बहुत करता था हमेशा हर काम सही समय पर करता था जबकि लोकेशन के विपरीत था और हर काम बहुत ही लेट करता था। बस वह चाहता था कि सब कुछ बिना मेहनत के ही मिल जाए लेकिन वह या भूल गया था कि जीवन में कठिन मेहनत करना जरूरी है। अगर आप अपने जीवन का कठिन मेहनत नहीं किया तो आप जीवन का मतलब ही नहीं समझ पाएंगे। एक दिन के बाद लोकेश कैंप में अकेले ही आशा को लेकर चले गए। केवल उनके निगा पेड़ पर एक क्रिस्टल पर गए पेड़ पर टहनी से लटकता हुआ एक क्रिस्टल दिखाई दिया। क्रिस्टल का अंडा जिससे अच्छे बच्चे निकलते हैं। तितली बहुत ही संघर्ष कर रही थी। लेकिन वह अपने अंडे से बाहर नहीं निकल पा रहा था।

यह सब बहुत ध्यान से देख रहा था किको बहुत ही मजा आ रहा था थोड़ी देर बाद शाम हो गई वह अपने घर चली गई औरआगले दिन जब वे फिर आए तो देखा कि अभी भी क्रिस्टल अपने अंडे से बाहर निकलने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यह सब लोकेश को देखा नहीं गया और घर जाकर कैंची लाकर पूरा जाल काट दे और क्रिस्टल को बाहर निकाल दिया लोकेश बहुत खुश था। कि में सुबह उठे तो बहुत ही अच्छा काम किया है। लेकिन जब बहुत समय हो गया तो सोचने लगा कि अब क्यों नहीं उड़ रहे पा रहे हैं। उन्होंने अमन को भी बुलाया और उसकी सारी बात बताई ।अमन उनकी बात सुनकर बोला आपने यह बहुत ही गलत किया है।

तुमको ऐसा नहीं करना चाहिए यह सुनकर लोकेश को गुस्सा आ गया और बोला में क्या किया है। फिर अमन लोकेश को समझने के प्राकृतिक तरीके क्रिस्टल का अंडे से बाहर आने का जब क्रिस्टल अपने अंडे को जाल से बाहर आने का संघर्ष करता है। तो उनका पंख मजबूत होता है। और वह आसानी से उड़ सकता है। लेकिन अगर वह संघर्ष नहीं करता है तो उनके पंख उड़ाने लायक नहीं होता है जैसे कि उस क्रिस्टल का है। यह सुनकर लोकेश को बहुत दुख हो रहा था। उसने ऐसा क्यों नहीं किया लेकिन यह बात और जो लोकेश अब जान चुके थे कि जीवन में संघर्ष करना बहुत ही आवश्यक है। नहीं तो आदमी कमजोर हो जाता है। और जीवन में नहीं पाया जाता है।

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