दमिश्क लोहा की खास बात क्या है? जानिए
दमिश्क लोहा अर्थात “डेमस्कस स्टील” एक फौलाद निर्माण का तरीका है।
फौलादी हथियार बनाने की यह विधि मूल रूप से भारत मे विकसित हुई। अरबी व्यापारियों के साथ यह कला अरबी जगत मे पहुंची। दमिश्क से यह कला योरोप पहुंची, जहां इसे दमिश्क का लोहा (डेमस्कस स्टील) पुकारा जाने लगा।
इस विधी मे लोहे के छोटे छोटे टुकडों को लकडी के कोयले की भट्टी मे काफी अधिक गर्म करके पीट पीट कर आपस मे जोड कर एक कर दिया जाता है, इसे “थर्मोवेल्डिंग” कहते हैं। इस क्रिया मे लोहे मे कार्बन की मात्रा बढ जाती है व वह अत्याधिक कठोर पर लचीला बन जाता है। इस प्रॉसेस मे स्टील पर बडे आडे तिरछे व खूबसूरत पैटर्न बन जाते हैं।
भारत मे पौराणिक काल से युद्ध की तलवारें व अन्य महत्वपूर्ण हथियार इसी विधी से बनाऐ जाते थे।