जेल में फाँसी चढ़ते वक्त यदि रस्सी टूट जाए तो क्या अपराधी बरी हो जाएगा? जानिए सच
नहीं अब अदालत के फैसले में मरते दम तक लिखा होता है जैसे रंगा को फांसी देने के बाद उसकी नब्ज चल रही थी तो एक सिपाही ने उनके पैर खींच कर मौत के नींद सुला दिया।
अभी तक तो भारत में फांसी देते वक्त रस्सी नहीं टूटा है.
क्योंकि फांसी के पहले जेल अधिकारियों के साथ जल्लाद कैदी के वजन व लंबाई का नाप लेकर डमी के साथ अभ्यास करता है ताकि फांसी के वक्त कोई चूक न हो