जानिए सर्वार्थ सिद्धि योग क्या है?

श्रीमान जी वार एवं नक्षत्र के संयोग से सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण होता है जिसका विवरण निम्नलिखित हैं-

● रविवार – हस्त , मूल ,उत्तर फाल्गुनी , उत्तराषाढा, उत्तराभाद्रपद , पुष्य , आश्लेषा

● सोमवार – श्रवण ,रोहिणी , मृगशिरा, पुष्य ,अनुराधा

● मंगलवार – अश्विनी, उत्तराभाद्रपद , कृतिका, अश्लेषा

● बुधवार – रोहिणी , अनुराधा, हस्त ,कृतिका, मृगशिरा

● गुरुवार – रेवती ,अनुराधा ,अश्विनी ,पुनर्वसु, पुष्य

● शुक्रवार – रेवती ,अनुराधा ,अश्विनी, पुनर्वसु, श्रवण

● शनिवार – श्रवण, रोहिणी, स्वाति

इस प्रकार वार एवं नक्षत्र के संयोग से सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण होता है जो सभी उद्देश्यों के लिए शुभ योग होता है इस योग मे प्रारम्भ कार्यो में सफलता प्राप्त होती है विशेष रूप से मुहूर्त के संदर्भ मे योग का उपयोग किया जाता है ।

शुभ मुहूर्त निर्धारण मे सर्वार्थ सिद्ध योग उत्कृष्ट योग माना गया है का उपयोग कर शुभ समय एवं मुहूर्त ज्ञान आसानी से प्राप्त कर सकते है जो सभी प्रकार के कार्यो के लिए श्रेष्ठ रहता है ।

आशा है आपकी जिज्ञासा के अनुसार जानकारी प्राप्त हुई होगी जनोपयोगी महत्वपूर्ण प्रश्न करने के लिए आपका ह्दय से आभार आपका उत्साह वर्धन नवीन प्रेरणा प्रदायक रहेगा जी ।

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