जानिए भगवान श्री कृष्ण के पुत्र सांब के विषय में कुछ बाते

जी भगवान कृष्ण के पुत्र साम्ब भगवान कृष्ण की तरह बलवान और महारथी था इनका विवाह दुर्योधन की पुत्री लछमणा से इनका विवाह हुआ था। इनका वर्णन महाभारत में बहुत कम है। ये भगवान कृष्ण की नरायणी सेना की एक अच्छौनि सेना का एक महारथी था । महारथी कृतवर्मा इनके परममित्र थे। महाभारत युद्ध में भगवान कृष्ण ने इन्हें भाग लेने से मना कर दिया था क्योंकि उन्हें इस युद्ध के परिणाम की जानकारी थी। साम्ब दुर्योधन का भी सम्मान करते थे और भगवान कृष्ण और दुर्योधन को पिता समान मानते थे ।

कुछ ग्रंथ कहते हैं कि साम्ब मदिरा का सेवन करते थे और इसी कारण इनके वंश का नाश हुआ जो पूर्णतः गलत है। यदुवंश के नाश में इन्हीं के मित्र रणछोड़ सातकि की वजह से हुआ था क्योंकि उसने साम्ब के लाख समझाने के बावजूद इनके मित्र कृतवर्मा का वध छल से कर दिया तब कृतवर्मा असावधान था और निहत्था था इसी कारण आधे यदुवंश सातकि के खिलाफ होकर युद्ध करने लगे और देखते ही देखते पूरा यदुवंश आपस में युद्ध करने लगा।

सातकि ने कई योद्धा का वध छल से पहले भी महाभारत युद्ध में कर चुका था जिनमें इंद्र के समान भूरिश्रवा और कर्ण पुत्र भी शामिल था कर्ण तो इसका वध करने ही वाले थे की पांडव के पुत्र उपपाडव इसे कर्ण के हाथ से बचाकर शिविर से बाहर ले गए थे।

साम्ब को भी भगवान कृष्ण की 16 कलाओं का ज्ञान था। ये इतने सुन्दर थे की भगवान कृष्ण की अन्य पत्नियां इन पर मोहित थी और इसी कारण इनको कोढ़ हो जाने का श्राप भी मिला था ऐसा स्कनदपुराण में वर्णन-है पर महाभारत में नहीं ।

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