जानिए पैरों के अल्सर के लिए घरेलू उपचार
पैरों के अल्सर ऐसे घाव होते हैं जो जख्मी त्वचा पर विकसित होते हैं। आमतौर पर, वे आपके पैरों के भीतरी हिस्से में और एंकल्स के ऊपर अधिक प्रमुख होते हैं। चोट लगने के अलावा किसी मेडिकल कंडीशन की वजह से भी पैरों में अल्सर की समस्या होती है। इस समस्या की वजह से लोगों को टखने के आस-पास के हिस्से में सूजन हो जाती है, अल्सर के पास खुजली होती है और त्वचा हार्ड हो जाती है। इस समस्या को ठीक करने के लिए लोग डॉक्टर की सलाह लेते हैं और दवाइयों का सेवन करते हैं। लेकिन दवाइयों के अलावा आप कुछ घरेलू उपचारों की मदद से भी इस समस्या से निजात पा सकते हैं। ये उपचार आपके स्वास्थ्य को भी किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाते हैं।
एलोवेरा:
एलोवेरा के पत्ते को थोड़ी देर प्रभावित हिस्सों पर रब करें। इस विधि को रोजाना 2-3 बार दोहराएं। एलोवेरा में एंटी-बैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण होता है जो अल्सर को ना सिर्फ ठीक करता है बल्कि उसके आस-पास बैक्टीरिया के विकास को भी रोकता है और घाव को जल्दी ठीक करने में मदद करता है।
नारियल तेल:
नारियल तेल को प्रभावित हिस्से पर रब करें। बेहतर परिणाम के लिए रोजाना कम से कम 2-3 बार ऐसा करें। नारियल तेल एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेट्री होता है जो अल्सर को ठीक करता है और उसके लक्षणों को भी कम करता है।
शहद:
शहद को प्रभावित हिस्से पर लगाकर 10-15 मिनट छोड़ दें और फिर साफ पानी से धो लें। इस विधि को दिन में 2-3 बार दोहराएं।
शहद में एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होता है जो अल्सर के सूजन को कम करता है और दर्द से भी राहत प्रदान करता है। इसके अलावा इंफेक्शन को भी कम करता है।
हल्दी:
हल्दी और पानी का पेस्ट बना लें और फिर उसे प्रभावित हिस्से पर लगाकर सूखने के लिए छोड़ दें। फिर हल्के गुनगुने पानी से इसे धो ले। इस विधि को रोजाना दिन में 2 बार दोहराएं। हल्दी में कुरकुमिन नामक एंटीऑक्सीडेंट होता है जो अल्सर को कम करता है और चोट को जल्दी ठीक करने का काम करता है।
सेब का सिरका:
सेब के सिरके को हल्के गुनगुने पानी के साथ मिला लें और एक साफ कपड़ें को उसमें भिगो लें। अब इस कपड़ें को 10-15 मिनट तक प्रभावित हिस्से पर लगाकर छोड़ दें। इस विधि को रोजाना दिन में दो बार दोहराएं। सेब के सिरके में विटामिन्स और मिनरल्स होता है जो माइक्रोबियल इंफेक्शन को ठीक करता है।