जानिए टेस्ट क्रिकेट में एक ही पारी में पूरे 10 विकेट लेने वाले गेंदबाज कौन है?
अनिल कुंबले इंडिया के मोस्ट सक्सेसफुल टेस्ट बॉलर हैं। उन्होंने करियर में 619 विकेट झटके। टेस्ट क्रिकेट में उनसे ज्यादा विकेट सिर्फ मुथैया मुरलीधरन (800) और शेन वॉर्न (708) ने लिए हैं।
विदेशी पिचों पर विकेट लेने के मामले में वे मुरलीधरन और ग्लेन मैक्ग्राथ जैसे दिग्गजों से आगे हैं। वो भी टीम के लिए मैच बचाते हुए (जीत और ड्रॉ)।
कुंबले ने घर से बाहर खेले 69 टेस्ट मैचों में 269 विकेट लिए। वर्ल्ड रिकॉर्ड लिस्ट में वे चौथे नंबर पर हैं। यही नहीं, इनमें से 48 मैच इंडिया ने जीते या ड्रॉ करवाए। उन्होंने विदेशी पिचों पर 10 बार इनिंग में 5 विकेट लिए।
बॉलर (टीम) विकेट
शेन वार्न (ऑस्ट्रेलिया) 290
मेल्कम मार्शल (वेस्टइंडीज) 197
अनिल कुंबले (इंडिया) 194
ग्लेन मैक्ग्राथ (ऑस्ट्रेलिया) 192
मुथैया मुरलीधरन (श्रीलंका) 178
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घर पर रहे शेर
घरेलू मैदानों पर जीत दिलाने में भी कुंबले नंबर 1 इंडियन हैं। वर्ल्ड क्रिकेट में भी उनसे ज्यादा विकेट सिर्फ मुरलीधरन और इंग्लैंड के जेम्स एंडरसन ने लिए हैं। वार्न और मैक्ग्राथ भी उनसे पीछे हैं। उनकी बॉलिंग ने इंडिया को 43 टेस्ट मैचों में जीत दिलाई। वहीं 56 मैच टीम ने ड्ऱ़ॉ करवाए।
घरेलू मैदानों पर कुंबले ने 51 मैच जितवाए और ड्रॉ करवाए। जिनमें उन्होंने 301 विकेट झटके। यही नहीं, उन्होंने 7 मौकों पर मैच में 10 विकेट झटके। 22 पारियों में उन्होंने 5+ विकेट चटकाए।
जब एक पारी में झटके 10 विकेट
कुंबले ने घरेलू मैदान पर ही पारी में 10 विकेट झटके थे। यह कारनामा उनके अलावा सिर्फ इंग्लैंड के जिम लेकर ने किया था। कुंबले ने 4 फरवरी 1999 को पाकिस्तान के खिलाफ दिल्ली में यह रिकॉर्ड बनाया। वह मैच इंडिया 212 रन से जीती थी।
हैट्रिक से चूके थे कुंबले
उस मैच में पाकिस्तान के कप्तान थे वसीम अकरम। इंडिया की कमान थी मोहम्मद अजहरुद्दीन के हाथ में। पाकिस्तान को चौथी पारी में जीत के लिए 420 रन का टारगेट मिला था। ओपनर सईद अनवर ने शाहिद आफरीदी के साथ 101 रन जोड़ लिए थे। पाकिस्तान मजबूत स्थिति में था, तभी कुंबले ने पहला वार किया। उन्होंने आफरीदी को विकेट के पीछे लपकवा दिया। अगली ही गेंद पर नए बल्लेबाज एजाज अहमद को lbw आउट हो गए। अगले बल्लेबाज इंजमाम उल हक ने हैट्रिक तो टाल दी, लेकिन ज्यादा देर नहीं टिक सके। तीन ओवर बाद कुंबले ने उन्हें क्लीन बोल्ड कर दिया। यही नहीं, उसी ओवर में नए बैट्समैन मोहम्मद यूसुफ भी कुंबले का चौथा शिकार बन बैठे।
वर्ल्ड रिकॉर्ड में पाकिस्तानी डाल रहे थे खलल
बोर्ड पर 127 रन ही जुड़े थे कि कुंबले ने मोइन खान को गांगुली के हाथों कैच करवा दिया। ओपनर सईद अनवर एक छोर से मोर्चा संभाले थे, लेकिन वे भी कुंबले के आगे हार गए। मोइन के बाद अगला विकेट उन्हीं का गिरा।
सलीम मलिक ने कप्तान अकरम के साथ 7वें विकेट के लिए 56 रन जोड़े। लेकिन उस दिन जैसे कुंबले कहर बरपा रहे थे। उन्होंने मलिक को 15 रन के पर्सनल स्कोर पर क्लीन बोल्ड कर दिया। उसके बाद जैसे ‘तू चल, मैं आया’ शुरू हो गया। मुश्ताक अहमद और सकलैन मुश्ताक 1 और 0 के स्कोर पर आउट हुए।
अब क्रीज पर थे अकरम और वकार यूनिस।
वर्ल्ड के बेस्ट बॉलर में शुमार रहे अकरम देख रहे थे कि कुंबले वर्ल्ड रिकॉर्ड के करीब हैं। उन्होंने कई बार अन्य इंडियन बॉलर्स के हाथों आउट होने की कोशिश की। लेकिन भारतीय फील्डर भी कुंबले को बैक कर रहे थे। वे कैच छोड़ते रहे। 61वें ओवर में कुंबले ने अकरम को वीवीएस लक्ष्मण के हाथों कैच करवाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना डाला। उन्होंने कुल 74 रन देकर सभी 10 बैट्समैनों को आउट किया था।