जानिए आखिर जिस महमूद ग़ज़नवी ने भारत को 17 बार लूटा था, उसकी मौत कैसे हुई?
सोमनाथ लूटने के बाद वापसी में एक भारतीय राजा ने उसका रास्ता रोक लिया। सेना थकी हुई थी और वो कोई और युद्ध नही चाहती थी तब ग़ज़नवी ने दूसरा रास्ता खोजने का फैसला किया। एक हिंदू किशोर जिसके पिता सोमनाथ के पुजारी थे जिसकी हत्या की गई थी वो ग़ज़नवी के पास आया और सकुशल उसकी सेना को रेगिस्तान के रास्ते गज़नी तक पहुचाने के लिए कहा।
मजबूरी में ग़ज़नवी तैयार हो गया परन्तु उस किशोर ने सेना कई दिनों की यात्रा के बाद ऐसी जगह पर ले गया जहाँ पानी तो क्या कुछ न मिले। जब तक गज़नवी को उस वीर किशोर की योजना का पता चला तब तक बहुत देर हो गई थी ।
ग़ज़नवी ने उसकी भी हत्या करवा दी परन्तु रास्ता न मिलने के कारण उसकी काफी फौज नष्ट हो गई किसी तरह वह गज़नी पहुँचा मगर कई रोगों से ग्रसित हो गया और उसकी मौत हो गई।