गाँजा, भांग और चरस में क्या अंतर है और ये किस पौधे से मिलते हैं? जानिए

भांग (वानस्पतिक नामः Cannabis indica) एक प्रकार का पौधा है जिसकी पत्तियों को पीस कर भांग तैयार की जाती है। … भांग के नर पौधे के पत्तों को सुखाकर भांग तैयार की जाती है। भांग के मादा पौधों की रालीय पुष्प मंजरियों को सुखाकर गांजा तैयार किया जाता है। भांग की शाखाओं और पत्तों पर जमे राल के समान पदार्थ को चरस कहते हैं

गांजे का पौधा :- कैनेबिस एक पौधा होता है. इसकी कई वैराइटी होती हैं, जिनमें से दो नस्ल बहुत फेमस हैं- Cannabis Sativa और Cannabis Indica. कैनेबिस को हिंदी में भांग का पौधा कहते हैं. और इस पौधे से तीन ड्रग तैयारहोते हैं- गांजा, भांग और चरस

भांग का पौधा :- भांग के पौधे 3-8 फुट ऊंचे होते हैं। इसके पत्ते एकान्तर क्रम में व्यवस्थित होते हैं। भांग के ऊपर की पत्तियां 1-3 खंडों से युक्त तथा निचली पत्तियां 3-8 खंडों से युक्त होती हैं। निचली पत्तियों में इसके पत्रवृन्त लम्बेहोते हैं।

चरस का पौधा :- इस पौधे का साइंटिफिक नाम ‘कैनेबिस’ है, इसी पौधे को मारिजुआना, हेम्प और वीड के नाम से भी जाना जाता है। … ‘चरस‘ कैनेबिस पौधे के गोंद से बनता है, जो पेड़ की डालियों पर लटकता है। ‘गांजा’ इसी पौधे के फूल को सुखा के उसे खूब दबा के तैयार किया जाता है। ‘भांग’ को कैनेबिस के बीज और पत्तियों को पीस-पीस कर तैयार किया जाता है। चरस गाँजे के पेड़ से निकला हुआ एक प्रकार का गोद या चेप है जो देखने में प्रायः मोम की तरह का और हरे अथवा कुछ पीले रंग का होता है और जिसे लोग गाँजे या तम्बाकू की तरह पीते हैं।

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