खांसी क्यों आती है और खांसी कितने प्रकार की होती है? जानिए
खांसी (Cough) फेफड़ों, सांस की नलियों और गले में संक्रमण के कारण होती है. अगर आपको खांसी है तो आपका शरीर इस बात की ओर इशारा कर रहा होता है कि बाडी के अंदर कोई बीमारी है.खांसी के जरिए हमारा शरीर बीमारियों के जीवाणुओं से मुक्ति पाने की कोशिश करता है. वहीं अगर खांसी का उपचार समय पर नहीं किया गया तो यह आपको कई बीमारियां दे सकती हैं.
खांसी कितने प्रकार की होती है , नीचे बिंदुवार अंकित है
वातज खांसी
वात के कारण होने वाली खांसी में कफ सूख जाता है, इसमें कफ बहुत कम निकलता है. कफ नहीं निकलने के कारण, खांसी लगातार और तेजी से आती है. इस दौरान पूरे शरीर में दर्द उत्पन हो जाता है.
पित्तज खांसी
पित्त के कारण होने वाली इस बीमारी में भारी मात्रा में कफ निकलता है, जो कि पीले रंग का होता है. छाती और पेट में जलन होता है और मुंह का स्वाद कड़वा हो जाता है. वहीं इस रोग की वजह से शरीर में गर्महाट और जलने का अनुभव होता है.
कफज खांसी
जैसा कि नाम से पता चला रहा है ठीक वैसे ही कफज खांसी में कफ भारी मात्रा में निकलता है. इस रोग के दौरान जरा-सा खांसते ही कफ बाहर निकल आता है. इस रोग के दौरान सिर अक्सर भारी रहता है और कुछ खाने का मन नहीं करता है.
क्षतज खांसी
इस बीमारी की वजह से वात, पित्त, कफ, तीनों वजहों से होती है. यह काफी गंभीर भी होती है. इस खांसी में बलगम के साथ ब्लड भी निकलता है. क्षतज खांसी गले में घाव की वजह से होती है.
क्षयज खांसी
यह कफ सबसे ज्यादा तकलीफदेह और हानिकारक होती है. इस तरह की कफ में शरीर में दर्द, बुखार, गर्माहट होती है और कभी-कभी कमजोरी भी हो जाती है. ऐसे में सूखी कफ चलती है, कफ के साथ पस और खून के साथ बलगम निकलता है. क्षयज कफ विशेष तौर से टीबी रोग की प्रारंभिक अवस्था हो सकती है.