क्रिकेट मैच में “ओस फैक्टर” (dew factor) क्या है? यह गेम में क्या बदलाव लाता है? जानिए

कभी कभी दिन रात वाले मेच में ओस फेक्टर हार जीत का मुख्य कारण बन सकता है।

मैदान में ओस पड़ने की संभावना होने पर टोस जीतने वाली टीम पहले फिल्डिंग करने का फैसला लेती है ताकि उसके गेंदबाज ओस गिरने से पहले गेंदबाजी कर सके।

दूसरी पारी में जब ओस गिरनी शुरू होती है तो गेंदबाज को गेंद पकड़ने में समस्या होती है और गेंदबाज का अपनी गेंदों पर नियंत्रण नहीं रख पाने के कारण कभी वाइड या नो बॉल हो जाती है। तथा गेंदबाज अपनी गेंदों को सही लाइन लेंथ पर नहीं फेंक पाता है और सही दिशा पर गेंद को नहीं रख पाने के कारण बल्लेबाज ज्यादा रन बटोरते हैं।

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