क्रिकेट मैच में अकसर ये देखा जाता है कि खिलाड़ी भरी गर्मी और भारी पसीने में भी कोल्ड ड्रिंक्स और ठंडा पानी पीते रहते हैं, फिर भी उनका गला खराब क्यों नहीं होता? जानिए
कोई भी खिलाडी मैदान मे नॉर्मल तापमान से कम तापमान की वस्तुए नहीं खाता पीता है, आप सिर्फ देखते है कि खिलाडी कुछ पी रहा है, क्या और कैसा पेय् पी रहा है, ये तो नहीं जान सकते।
सिर्फ कार्ट पर ही किसी कोल्डड्रिंक का नाम लिख देने से उसमे रखा सारा ड्रिंक कोल्डड्रिंक नहीं बन जाएगा।