क्रिकेटर ब्रायन लारा बारे में कुछ रोचक तथ्य क्या है?

ब्रायन लारा को एकबारगी लगा कि उनका दोस्त भांग खाकर आया है जो वेस्टइंडीज की ऑस्ट्रेलिया पर टेस्ट मैच में जीत की भविष्यवाणी कर रहा है लेकिन उनके दोस्त की बात सही साबित हुई क्योंकि बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने उस मैच में 213 रन की पारी खेली जिसे वह अपनी सर्वश्रेष्ठ पारी आंकते हैं

लारा ने अपने करियर में कई सर्वश्रेष्ठ पारियां खेली जिनमें सिडनी में 277 रन और बारबाडोस में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 153 रन की बेहतरीन पारी भी शामिल है। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 375 रन और 400 रन की दो बड़ी पारियां भी खेली है लेकिन उनके 213 रन की पारी को चुनने के कई कारण हैं।

लारा ने कहा, ”हमारा स्कोर एक समय चार विकेट पर 36 रन (चार विकेट पर 34 रन) था जो बाद में चार विकेट पर 375 हो गया। मैंने यह पारी विपरीत परिस्थितियों में खेली थी। मुझ पर बाहर किये जाने के लिये तलवार लटक रही थी। इससे मैंने दिखाया था कि मैं क्या कर सकता हूं। यह बेहतरीन न रही हो लेकिन तब मैंने अपनी सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी की थी।

उन्होंने कहा, ”एक सप्ताह बाद उन्होंने साल के बाकी बचे महीनों के लिये थी मुझे कप्तान नियुक्त कर दिया था। (बारबाडोस में) 153 रन की पारी अच्छी थी लेकिन उससे एक सप्ताह पहले 213 रन की पारी संभवत सर्वश्रेष्ठ थी। लारा ने कहा कि दूसरे टेस्ट में इस दोहरे शतक से उन्हें लगा था कि वह एक खिलाड़ी के तौर पर अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया ने पोर्ट आफ स्पेन में पहले टेस्ट मैच में 312 रन से जीत दर्ज की थी और दूसरा टेस्ट किंग्सटन में खेला जाना था।

लारा ने कहा, ”हम जमैका आये जो कप्तान के रूप में मेरा अंतिम टेस्ट मैच था क्योंकि हम विश्व की सर्वश्रेष्ठ टीम के खिलाफ खेल रहे थे तथा जमैका के लोगों ने हवाई अड्डे और मैदान पर मेरी खिल्ली उड़ायी थी। यह बहुत बुरा था। उन्होंने कहा, ”टेस्ट मैच के पहले दिन ऑस्ट्रेलिया ने 259 (256) रन बनाये और पहले दिन का खेल समाप्त होने पर स्कोर चार विकेट पर 36 रन (चार विकेट पर 37 रन) था। मैं अपने कमरे में बैठा था। जमैका का मेरा एक मित्र आया और उसने कहा कि तुम लोग यह टेस्ट मैच जीत रहे हो। जमैका भांग के लिये भी मशहूर है और मैं जानना चाहता था कि उसने कौन सी भांग खायी है क्योंकि लग ही नहीं रहा था कि हम यह मैच जीत जाएंग। वेस्टइंडीज ने यह मैच दस विकेट से जीता था।

लारा का शानदार करियर बाएं हाथ के महान बल्लेबाज ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान 52.88 की औसत से टेस्ट में 11,953 रन, जबकि वनडे में 40.48 की औसत से 10,405 रन बनाए हैं। उन्होंने वेस्टइंडीज के लिए सबसे अधिक टेस्ट शतक (34) जड़े हैं। टेस्ट क्रिकेट के साथ-साथ उनके नाम प्रथम-श्रेणी क्रिकेट में भी सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर (501*) बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है।

11 भाई-बहन हैं लारा लारा के जीवन में उनके परिवार का अहम योगदान रहा है। आपको जानकार हैरानी होगी कि लारा के भाई-बहनों कुल संख्या 11 है (लारा को मिलाकर)। अपने भाई-बहनों के साथ त्रिनिदाद में पले-बढ़े लारा का झुकाव बचपन से ही क्रिकेट के प्रति रहा है। इतने बड़े परिवार में रहना वाकई में उनके लिए मजे की बात थी। बड़ी बहन के सुझाव पर ही उनके पिता ने लारा का दाख़िला क्रिकेट कोचिंग सेंटर में करवाया था।

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