क्या हरी, लाल और पीली शिमला मिर्च की कीमतों और पोषक मूल्यों में कोई अंतर है? जानिए

लाल, पीली, हरी शिमला मिर्च का इस्तेमाल सब्जी से लेकर पिज्जा जैसी कई तरह की डिशेज में भी किया जाता है। शिमला मिर्च हर मौसम में आसानी से मिल जाती है। इसके इस्तेमाल से ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक, हार्ट अटैक, मोटापा और सर्दी से बचा जा सकता है। इसमें कैलरी भी बहुत ही कम पाई जाती है, जो एक्स्ट्रा कोलेस्ट्रॉल को कम करने का काम करती है।

मूलत: यह सब्जी दक्षिण अमेरिका महाद्वीप की है जहाँ ऐसे साक्ष्य मिलते हैं कि इसकी खेती लगभग पिछले 3000 सालों से की जा रही है। शिमला मिर्च एक ऐसी सब्जी है जिसे सलाद या सब्जी के रूप में खाया जा सकता है। बाजार में शिमला मिर्च लाल, हरी या पीले रंग की मिलती है।

चाहे शिमला मिर्च किसी भी रंग की हो लेकिन उसमें विटामिन सी, विटामिन ए और बीटा कैरोटीन भरा होता है। इसके अंदर बिल्‍कुल भी कैलोरी नहीं होती इसलिये यह खराब कोलस्ट्रॉल को नहीं बढ़ाती। साथ ही यह वजन को स्थिर बनाये रखने के लिये भी योग्‍य है।

लाल शिमला मिर्च में बाकी अन्य शिमला मिर्च की तुलना में अधिक फाइटोन्यूट्रिएंट की मात्रा पाई जाती है। इसमें हरी शिमला मिर्च की तुलना में 11 गुना अधिक बीटा-कैरोटीन और डेढ़ गुना अधिक विटामिन सी होता है। हरी शिमला मिर्च में लाल, पीली या नारंगी शिमला मिर्च की तुलना में कम शुगर होती है।

शिमला मिर्च में विटामिन ए, विटामिन सी, फाइबर, बीटा-केराटिन, केयेन्‍ने, कैपसाईसिन, अल्कालॉइड्स, टैनिन्स, फलेवानाइॅड्स,अल्कालॉइड्स एंटी−इंफलेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट, एनलजेस्टिक तत्व पाए जाते है।

लाल शिमला मिर्च में लाइकोपीन एक फाइटोन्यूट्रीएंट होता है जो आपके दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह पौधा फोलेट और विटामिन बी 6 का एक स्रोत है जो होमोसिस्टीन के स्तर को कम करता है, जिससे हृदय रोग का खतरा कम होता है।

कीमतें

हरी शिमला मिर्च – 40 से 50 रूपए प्रति किलो ( खुदरा भाव)

लाल शिमला मिर्च – 90 से 100 रूपए प्रति किलो ( खुदरा भाव)

पीली शिमला मिर्च – 150 से 200 रुपए प्रति किलो ( खुदरा भाव)

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