क्या राधा ही रुक्मिणी थीं ? जानिए सच
जी हां, राधा रुक्मिणी एक ही है क्योंकि दोनों साक्षात महालक्ष्मी अवतार थी। विष्णु पुराण:
श्री हरि से कभी अलग नहीं हो सकती है। जब हरि राम बनते है, तब श्री सीता होती है। जब वे कृष्ण बनते है, तब वो रुक्मिणी है।
महाभारत आदि पर्व:
लक्ष्मी ने जन्म लिया भिष्मका के परिवार में, ताकि वे गोविंद से विवाह कर सके।
गर्ग संहिता:
जब आप होते हो रामचंद्र, वो बनती है जनकनंदिनी सीता। जब आप हो कृष्ण, वो है कमल(राधा)
जब विष्णु जी कृष्ण अवतार लेने वाले थे मृत्युलोक में, तब महालक्ष्मी स्वयं को २ स्वरूप में बाट लिया था, भक्ति और शक्ति। भक्ति स्वरूप ने राधा का रूप लिया ऐवं शक्ति ने रुक्मिणी का रूप लिया। इसलिए दोनों एक है। जय राधेश्याम