क्या भूत – पिचास या चुड़ैल सच में होते हैं ? क्या विज्ञान इन सब बातों पर विश्वास करती है?

ये घटना एकदम सच्ची है और ये एक इंजीनियरिंग के छात्र पर आप बीती घटना है। ध्यान से पढ़िए उस लड़के की सच्ची कहानी उसने लिखा अपने लेख में लिखा है कि:-

मैं भौतिक विज्ञान का छात्र रहा हूँ इस वजह से मुझे जादु-टोने,भुत-प्रेत में ज्यादा यकिन नहीं था,लोगों से कहानियाँ तो बहुत सुनी थी पर खुद एक्स्पीरियंस नही किया था। लेकिन एक ऐसा घटना हुआ जो यकिन करने पर मजबूर कर दिया ग्रेजुएशन के दिनों में मैं होस्टल में रहता था वहाँ सारे बच्चे युनिवर्सिटी के हीं थे, वहाँ एक ” पुस्पेंद्र ” नाम का लड़का रहता था। खुद में कही गुम एकदम शांत रहता था। पढने में भी ठीक हीं था। लोगो से कम हीं मिलता अधिकतर समय रूम में हीं बंद रहता था। एक दोपहर हमसब किचन में खाना लेने गये थे वह भी साथ में था। एकाएक पता नहीं उसे क्या हुआ आंख उपर चढ गया और शरीर अकड़ने लगा,दांत पे दांत चढ़ाकर कटकटाने लगा और वही बैठ गया और सबको देखने लगा।

उसे इस हालत में देखकर वहाँ भगदड मच गया लेकिन कुछ लडके उसके पास गये उसे सम्भाले मै बोला:- क्या हुआ पुष्पेन्द्र वह कुछ बोला नही बस घुर के देखा कुछ लडके दौड़कर होस्टल के वार्डेन को बुला लाये। हमसब ऊसे पकड़कर रूम में ले गये। वार्डेन डाक्टर को काॅल किया। डाक्टर आया चेक किया लेकिन सबकुछ नोर्मल था। डाक्टर भी समझ गया था कि कुछ और हीं है और वह भी चला गया वार्डन एक तांत्रिक को बुलाया और पहले तो हमलोग मजाक बना रहे थे लेकिन उस तांत्रिक को देखकर पुष्पेन्द्र लगा अकडने फिर तांत्रिक अपना हाँथ मे जल लिया और हमसब को उसे पकडने के लिए बोला हमसब 4 लड़के उसे पकड़े फिर भी वह संभाल में नहीं आ रहा था।

वह तांत्रिक उसे जबर्दस्ती वह पानी पिलाया इसके बाद पुष्पेन्द्र लगा चिलाने न जाएंगे , इसको ले के जाएंगे। तांत्रिक भी लगा उससे अजीब-अजीब सवाल पूछने उसके उपर 6 प्रेत था और एक-एक करके सबको बुलाया उसके उपर यह सब मैं पहले कभी नहीं देखा था। मेरा डर से बुरा हाल हो रहा था बहुत लडके तो निकल लिये अपने रूम में। तांत्रिक बहुत देर के बाद उसे काबु में किया और एक ताबीज़ बांध दिया, यह सब करते करते शाम हो गया जब वह नोर्मल हुआ तो उसके पिताजी के पास मैं काॅल किया वो येसब सुन के एकदम टेंशन में आ गये मुझसे बोलें:- बेटा उसके हाँथ मे अंगूठी है या नहीं । उसके हाँथ में कोई अंगूठी नहीं था। यह बताया तो उसके फैमिली रोने चिल्लाने लगे यह सब देखके मेरा हालत खराब हो रहा था। वो बोले आज रात तक उसे हिफाज़त से रखना बेटा कल हमसब सुबह में हीं आ जाएंगे।

उसके बाद मैं उससे पुछा ये सब कैसे हुआ वो बताया कि:- दशहरा के मेला में कोई मदारी वाला आया था, जो करतब दिखाया और अंतिम में 3 बच्चो को बुलाया तिनों में एक यह भी था और वे दोनों लड़के इसके पड़ोस गांव के हीं थे। मदारी वाला तीनों को एक-एक अंडा दिया और बोला सामने वाला कुआं मे डाल दो येलोग मज़ाक में ले रहें थे। उसके बाद मदारी वाला बोला:- तिनों मर जाएंगे , सबलोगों ने इसे मजाक में हीं लीया लेकिन कुछ साल बाद हीं पहला लड़का मरा फिर दुसरा अब यही केवल बचा है इसका भी हमेशा तबियत खराब रहता था। बहुत जगह दिखाये इसके घरवाले डाक्टर,तांत्रिक सबके पास लेकिन कहीं से ठिक नहीं हुआ फिर केरला में कोई साधु ईलाज किया और एक अंगूठी दिया था। लेकिन वह अंगूठी कहीं गीर गया उससे ।

इतना सब सुनने के बाद कोई उसके साथ रात मे रहने को तैयार नहीं था। लेकिन हमसब कुछ लडके उसके साथ रहे वह रात मेरा जिंदगी की सबसे बड़ी और डरावनी रात थी, उसके रूम का महौल भी एकदम भुतहा था। चिजे इधर-उधर व्यस्त थी। पता नहीं वह पिछली बार रूम का सफाई कब किया था। एक अजीब तरह का गंध जब शरीर जलता है उस तरह का गंध पुरे रूम में महक रहा था जो और भुतहा बना रहा था। एक-एक पल घड़ी के सुई देखकर काट रहे थे। वह हिलता भी तो हमसब कांप जाते जैसे तैसे पुरा रात गुजारी।

सुबह 10 बजे तक उसके फैमिली आएं और वह घर चला गया । उसके बाद होस्टल में कोई ना कोई अनहोनी होता रहा। इस घटना के कुछ हीं दिन बाद एक लड़के का भयानक एक्सीडेंट हुआ उसका जान बाल बाल बचा पर दोनो पैर टुट गई पुरे शरीर में चोट आया। बहुत सारे लड़को ने गलियारे में किसी को चलते हुए अनुभव किया। हालांकी मै पर्सनली ऐसा कभी अनुभव नही किया। मेरे घरवालों को यह सब पता चला तो वे होस्टल चेंज करवा दिए, उसके बाद पुष्पेन्द्र युनिवर्सिटी में कभी दिखाई नहीं दिया पर उसके वजह से मैं जान पाया ये चीजें सच है विज्ञान के नियम जहां काम नहीं करती वहां एक अलग ही दुनिया है।

नोट:- इस कहानी से मेरा उद्देश्य सिर्फ लोगों को जानकारी देना ही है। इस लेख से किसी भी प्रकार के कानूनी नियम या धारा का उल्लघंन नहीं है। इस पोस्ट को कॉपी पेस्ट नहीं किया गया है ये पोस्ट सिर्फ मैंने अपने अनुभव के आधार पर लिखा है।

आप लोग भी इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं ताकि जो ऐसे लोग हैं जो इन सब बातों को नहीं मानते है उन लोगों को इस प्रकार की घटना से जान बच सके।

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