क्या गर्भावस्था के दौरान आंवला खाना सुरक्षित है?
जी हां, गर्भावस्था के दौरान आंवला खाना सुरक्षित है। पके आंवले का खट्टा-मीठा स्वाद होता है। इस फल में विटामिन सी और फाइबर जैसे पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं। गर्भवती महिलाओं को आंवले का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
आंवले में ऐसे गुण होते हैं, जो कोशिकाओं को पुर्नजीवित करता है, जिससे थकान दूर होती है। आंवले का जूस पीने या आंवला खाने से प्रेग्नेंसी में होने वाली मॉर्निंग सिकनेस कम होती है। गर्भावस्था के शुरुआती चरणों में होने वाली मतली से भी आंवला राहत देता है।
गर्भावस्था में भले ही कई चीजों को खाने से मना किया जाता है लेकिन आंवला के साथ ऐसा नहीं है। इसके सेवन से खून साफ होता है और साथ ही गर्भ में पल रहे बच्चे तक खून और ऑक्सिजन आराम से पहुंचता है।
गर्भावस्था के दौरान शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने पर मां व बच्चे पर बुरा असर पड़ता है। ऐसे में रोजाना एक आंवले का सेवन या फिर इसका जूस पीने से इम्यून सिस्टम ठीक रहता है।
प्रेग्नेंसी में कब्ज का होना एक आम बात है। आंवले में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जिससे पेट जल्दी साफ हो जाता है और कब्ज की दिक्कत नहीं रहती है।
अगर डायबिटीज की कोई समस्या नहीं है तो गर्भवती महिलाओं को आंवले के मुरब्बे का रोजाना सेवन करना चाहिए है ताकि उसके शरीर में होने वाले हार्मोनल परिवर्तन के कारण बाल गिरने की समस्या को रोका जा सके, साथ ही पेट में पल रहे बच्चे के लिए भी बहुत ही लाभकारी माना गया है।