क्या आप बता सकते हैं कि भारत का सबसे धनी राज्य कौन सा है?
अधिकाँश लोग इस सवाल के उत्तर में महाराष्ट्र राज्य का नाम लेते हैं, लेकिन मैं इस बात को नहीं मानता. मतलब कि मैं इस राय से सहमत नहीं हूँ कि महाराष्ट्र एक विकसित अथवा धनी राज्य है क्योंकि मैंने वहां की गरीबी देखी है.
मेरी नजर में तो सिर्फ केरल ही एक ऐसा राज्य है जो कि सम्पन्न यानि खुशहाल नजर आता है और अन्य सभी राज्य गरीब ही हैं. केरल के गाँव भी शहरों की तरह साफ़ सुथरे हैं और वहां गाँव के घर – मकान शहरों जैसे ही हैं.
केरल की खुशहाली का कारण वहाँ के उद्योग धंधे और व्यवसाय नहीं हैं बल्कि वे केरल वासी हैं जो कि अपने घर में रहने के सुख का लालच छोड़ कर देश के अन्य राज्यों में और विदेश में काम करने जाते हैं और अपने घर परिवार में पैसे वापस भेजते हैं. कुछ कुछ ऐसा ही उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी होता है.
एक जमाने में उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था को मनीऑर्डर इकॉनमी नाम दे दिया गया था क्योंकि बाहर नौकरी करने वाले अपने परिवार जनों को ऐसी ही पैसे भेज सकते थे. तब कम्प्यूटर नहीं थे, इंटरनेट नहीं था, और नेट बैंकिंग भी नहीं थी.
यदि आम तौर पर प्रचलित राय को मान लिया जाये और यह सही है कि महाराष्ट्र, कर्णाटक, तमिलनाडु, गुजरात आदि में अधिक उद्योग हैं और व्यवसाय भी फल फूल रहे हैं लेकिन ऐसा नहीं है कि वहाँ गरीबी समाप्त हो गयी है.
इसके अलावा किसी राज्य को अधिक धनवान मानने का जो तरीका है वह मूल रूप से गलत है.
दरअसल बात यह है कि जिस राज्य से केन्द्र सरकार को अधिक राजस्व (रेवेन्यू) मिलता है यानि जिस राज्य से टैक्स की उगाही ज्यादा होती है उसे धनवान मान लिया जाता है. इस तरह मुम्बई और महाराष्ट्र सबसे ऊपर आ जाते हैं.
अब इसमें गलती यह है कि आरबीआई, स्टेट बैंक, और ऐसे ही अनेक सरकारी बैंक और निजी बैंक, बड़ी बड़ी कम्पनियाँ आदि मुम्बई में अपना हेड ऑफिस खोले हुये हैं. और ये सभी अपना टैक्स भी मुम्बई में भरते हैं. ऐसी ही स्थिति स्टॉक एक्सचेंज में भी होती है. एनएसई और बीएसई और एमसीएक्स आदि पूरे देश से धन उपार्जन करते हैं किन्तु टैक्स मुम्बई में जमा करते हैं. रिलायंस की रिफाइनरी गुजरात में है किन्तु टैक्स मुम्बई में जमा होता है. ऐसे ही टाटा ग्रुप की स्थिति है. ऐसे उदाहरण लाखों की संख्या में हैं.
अतः यह जरूरी नहीं है कि यदि एक कम्पनी किसी जगह पर टैक्स जमा कर रही है तो भी यह तो बिल्कुल भी जरूरी नहीं है कि उस कम्पनी ने अपनी पूरी कमाई उसी जगह पर या उसी राज्य में की है. बस यही एक बात है जो कि भ्रम पैदा करती है कि मुम्बई और महाराष्ट्र धनवान हैं यह असत्य है.