कौन सी महामारी टिकाकरण के कारण समाप्त हो गई है? जानिए
वैश्विक स्तर पर किये जाते हैं । जिसका दारोमदार विश्व स्वास्थ्य संगठन पर है ।
यदि दुनिया भर से एक विशेष बीमारी समाप्त हो जाती है, इसे उन्मूलित कहा जाता है।
अबतक मानव समुदाय को प्रभावित करने वाला केवल एक रोग उन्मूलित किया जा सका है। यह रोग था चेचक या बड़ी माता ( small pox)।
चेचक एक संक्रामक महामारी के तौर पर करीब 3000 सालों तक मनुष्यों के लिए आतंक बनी रही। इसकी वजह से सिर्फ़ 20वीं सदी में करीब 30 करोड़ लोगों ने जान गंवाई।
हालांकि दुनियाभर के देशों ने इस बीमारी से निपटने के लिए प्रयास किए और साल 1977 में सोमालिया में चेचक का आखिर मामला दर्ज किया गया ।
वह ऐतिहासिक पल था जब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दिसंबर 1979 में इसके अंत की पुष्टि की। मई 1980 में 33वीं वर्ल्ड हेल्थ असेंबली में इस बात की आधिकारिक घोषणा की गई कि ”दुनिया के सभी देशों और इसके लोगों को चेचक से आज़ादी मिल गई है.”
जब कोई रोग किसी क्षेत्र में फैलना बंद कर देता है, तो उसे उस क्षेत्र में रोग का उन्मूलन माना जाता है।
यदि किसी देश में लगातार तीन वर्षो तक एक भी पोलियो का मामला नहीं आता है, तो विश्व स्वास्थ्य संगठन उसे ‘पोलियो मुक्त देश’ घोषित कर देता है |
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार भारत अब पोलियो मुक्त देश हो चुका है ।