केदारनाथ मंदिर का दीपक हमेशा कैसे प्रज्वलित रहता है?

केदारनाथ मन्दिर में शीत ऋतु में दीपावली की पुजा उपरान्त मदिर के कपाट बन्द कर दिये जाते हैऔर सभी पुजारी पण्डित भगवान केदारनाथ के चल मुर्ति विग्रह को ऊखीमठ मन्दिर उत्तराखंड में ला कर पुजा करते है.

इस शीत काल के समय मन्दिर के पट खुलने तक देवी देवता नाग गन्धर्व यक्ष सिद्ध भगवान केदारनाथ के दिव्य ज्योतिलिंग की पुजा उपासना करते है .

और भगवान शिव की पुजा की दीपावली के समय से पुजारी द्वारा प्रजव्लित अखंड दीपक की ज्योति जलती रहती है मन्दिर के कपाट खुलने तक ।केदारनाथ मंदिर के कपाट ग्रीष्म ऋतु में मई महीने के अखिर में खुलते है ।

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