किस प्रथा को रोकने के लिए चढ़ाया जाने लगा भगवान के आगे नारियल
आपने नोटिस किया होगा कि जब भी हमारे घर में किसी भी नए काम की शुरुआता होती है, तो सबसे पहले नारियल को फोड़ा जाता है… पर क्या कभी आपके मन में यह सवाल नहीं आया है कि आखीर ऐसा क्यों होता है?
दरअसल, जब कोई नया काम शुरू हो रहा हो या फिर नए मकान में गृह प्रवेश हो या फिर कोई नया वाहन खरीद रहे हो, तो सबसे पहले नारियल को ही फोड़ने की परंपरा होती है। यही नहीं, मांगलिक कार्यों में भी नारियल का उपयोग बहुत अहम माना जाता है। पर मन में सवाल यही आता है कि आखीर हर कार्य का शुभारंभ करने से पहले नारियल को ही क्यों फोड़ा जाता है???
आपने शायद ही सनातन धर्म के बारे में पढ़ा या किसी से सुना होगा… इस धर्म के अनुसार नारियल को शुभ और मंगलकारी दोनों का ही फल माना जाता है। व साथ ही इसे सौभाग्य और समृद्धि की भी निशानी मानते हैं। नारियल एक पवित्र फल के रूप में पूजा जाता है, इसलिए भी इसको लगभग सभी देवी देवताओं के आगे अर्पित किया जाता है।
जहां एक ओर नारियल की बनावट ऊपर से सख्त होती है और दूसरी ओर वह अंदर से काफी नर्म होता है… याद रहें कि नारियल का ऊपरी सतह यह दिखाती है कि हमें मेहनत करने पर ही सफलता मिलती है। नारियल खास होता है और खासकर के इसके अंदर का पानी बहुत पवित्र माना जाता है, क्योंकि इसमें किसी भी तरह का कोई मिलावट नहीं होता। यही कारण है कि जब हम नारियल को फोड़ते हैं तो उसका पानी सब तरफ बिखेर देते हैं ताकि हमारे आस पास मौजूद सारी नकारात्मक ऊर्जाएं या यूं कहे कि नकारात्मक शक्तियां हमसे कोसो दूर हो जाए।
आपको जानकर शायद हैरानी होगी, लेकिन नारियल का एक और नाम भी है। बता दें कि नारियल को श्री फल भी कहा जाता है… जिसका साफ अर्थ होता है कि ईश्वर का फल। जैसा कि हमने पहले भी बताया कि नारियल का जहां बाहरी सख्त सतह को अहं का प्रतीक माना जाता है और अंदर की सफेद, नर्म सतह को शांति का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में नारियल फोड़ने का मतलब साफ यही है कि हम अपने अहंकार को भगवान के चरणों में समर्पित कर रहें हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ज्यादातर नारियलों में तीन निशान बने हुए होते हैं, जिसे भगवान शिव के तीन नेत्र भी कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि एकाक्षी नारियल का विशेष महत्व होता है और इसलिए एकाक्षी नारियल को चढ़ाने से मां लक्ष्मी की कृपा भी ज़रूर प्राप्त होती है और साथ ही आपको अपने जीवन में एश्वर्य, वैभव और समृद्धि सभी की प्राप्ति होगी।
बताते चलें कि नारियल को भगवान गणेश का भी प्रिय फल माना गया है। कहते तो यह भी है कि नारियल फोड़ने से आपको किसी भी कार्य में कोई बाधा नहीं आती है। दिलचस्प बात तो यह है कि पुराने समय से चली आ रही बलि देने की प्रथा भी नारियल की वजह से बंद हुई, क्योंकि लोग किसी जीव को छोड़कर अब नारियल को बलि के रुप में चढ़ाना शुरु कर दिया है।