कार का टायर जब फटता है तब ब्रेक लगानी चाहिए क्या?

नहीं।

क्योंकि टायर का फटना किसी को पता नहीं चल पाता।

ऐसी नौबत ही क्यों आने दी जाये ?

टायर घिसे हों अथवा न घिसे हों, 4 साल के बाद बदल देने चाहिए, छोटी कारों के टायर तो बढ़िया ब्राण्ड के 2000– 2500 में (एक) मिल जाते हैं । तय किलोमीटर पर ध्यान न दें, रबर की लाईफ समय आधारित होती है।

यदि संभव हो तो टायरों में नाईट्रोजन भरवा लें। गर्म मौसम में हवा का प्रेशर तय से 2 पॉण्ड कम भरवाएँ।

गाड़ी को ओवरलोड तथा ओवरस्पीड कतई न चलाएं।

प्रति 5000 किमी पर व्हील बेलेन्सिंग व व्हील अलाइनमेंट और टायर रोटेशन करवा लें।

जब भी ब्रेक के लिए रुकते हैं तो एक नजर टायरों पर जरूर डालें, कोई पत्थर का टुकड़ा बगैरा फंसा हुआ दिखे तो उसको निकाल दें।

सेकेंड हेण्ड या रीमोल्डेड टायर यदि लगवा लिए हों तो गाड़ी को 60 किमी प्रति घंटा कि गति से कम ही चलाएं।

अति आवश्यक न हो तो रात में यात्रा न करें।

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