ऐसा रहस्यमय मंदिर जहा लोग पत्थर के बन जाते है।
भारत में रहस्य की कमी नहीं है। वहीं भारत में रहस्यमई मंदिरो की कोई कमी नहीं है। ऐसे ही मंदिरो में से एक है। किराडू मंदिर यह राजस्थान m स्थित है। राजस्थान की रेत जितनी संत है। उतनी ही रात को सन्नाटा पैदा करती है। ऐसी की खामोशी ओर रहस्यों को समेटे राजस्थान का जिला बाडमेर बहुत सालों तक गुमनाम रहा यह जिला आज एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल बन चुका है। जिसकी मुख्य बजह है। किराडू मंदिर जो बाडमेर मे एक जगह है।
किराडू मंदिर अपने सौंदर्य के लिए ओर अपने रहस्यों के लिए पूरे विश्व में फैमस है। जिसको देखने के लिए देश विदेशों से रोज हजारो पर्यटक आते है। इन्हीं मंदिरो को खजुराहो का मंदिर भी कहा जाता है। किराडू मंदिर पांच मंदिरो की सरखला है। जिसमे एक भगवान विष्णु का है बाकी शिव भगवान के है।
किराडू मंदिर का बेभव:
किराडू मंदिर जिन्होंने बाडमेर घुमा है। ओर जो लोग गए है। बह जानते है कि किराडू मंदिर को देखना कितना शानदार अनुभव है। जो अपना वेभव और रहस्य को स्वयं समेटे हुए है। इससे पहले किराड़ कोट के नाम से प्रसिद्ध ये जगह मूलतः किराड़ वंश के राजपूतों द्वारा बसाई गयी थी | छठवीं से आठवीं शताब्दी के बीच अपने ऐश्वर्य-शाली वैभव के चरमोत्कर्ष पर पहुंचा ये शहर उस समय विदेशी लुटेरों के लिए एक किंवदंती के रूप में प्रसिद्ध था।
- जानते है। की मंदिर का श्राप क्या है।
ग्यारवीं और बाहरवी सेंचरी में किराडू मंदिर ने फिर से चमक पैदा की जब परमार वंशीय राजा सोमेश्वर ने किराडू की चौतरफा असाधारण पुरुषार्थ दिखाया और किराडू के विपुल वैभव को इतिहास में समेटा इतिहासकारों का कहना है की इसके बाद तेरहँवी चौदहवीं शताब्दी में उन्मत्त तुर्क लुटेरों ने इस पुरे क्षेत्र को बहुत ही बर्बर तरीके से लूटा और रौंदा लेकिन क्षेत्रीय लोगो की बातों पर विशस करें तो कहानी कुछ और ही नज़र आती है। वो एक श्राप की बात करते हैं। एक ऐसा श्राप जिसने पुरे क्षेत्र को वीरान बना दिया । इसके बाद भयंकर युद्ध हुआ और ऋषि न श्राप दिया।उन्होंने कहा कि जो भी वहां शाम में रुकेगा बह पाषड बन जाएगा यही कारण है कि वहां जाने वाला हर व्यक्ति शाम ढलने से पहले ही वहां से बाहर निकल जाता है।