एक पेंसिल जो पौधा बन जाती है, हैरान करने वाली अविष्कार…
ग्लोबल वार्मिंग हमारे पृथ्वी की सबसे बड़ी समस्या में से एक समस्या बन गई है। इसके पीछे बहुत सारे कारण है। जैसे हर दिन लगातार प्रदूषण बढ़ना और लगातार पेड़ों की कटाई। हर दिन सैकड़ों पेड़ काटे जाते हैं और उन्हें काटकर कुछ वस्तुएं बनाए जाते हैं। जैसे पेपर, पेंसिल और घरेलू सजावट की चीजें जैसे कुर्सी, टेबल और दरवाजे इत्यादि। लेकिन अब इस चीज पर जोर दिया जा रहा है, कि पेड़ों से बनी चीजों को रिसाइकल करके बार-बार उपयोग में लाया जाए।
दुनिया से पेड़ों की कटाई कम करने के लिए एक इको फ्रेंडली पेंसिल बनाई गई है। जो 100% प्रदूषण मुक्त और पर्यावरण के अनुकूल है। यह पेंसिल हमारे भारत में उपलब्ध है। और इसकी कीमत भी बाकी पेंसिल जितनी है। इस पेंसिल को पुराने न्यूज़पेपर और उपयोग किया गया पेपर को रिसाइकल करके बनाया जाता है। इस पेंसिल को बनाने के लिए एक भी पेड़ की कटाई नहीं की जाती है। जहां बाकी पेंसिल पेड़ों के लकड़ियों से बनाई जाती है। इस पेंसिल की बनाने की प्रक्रिया पूरी तरह पर्यावरण के अनुकूल है। यह हमारे ही वेस्ट पेपर से बनाए जाते हैं।
इस पेंसिल का एक और फायदा है, जोकि आने वाले समय में हमारे लिए वरदान के तौर पर काम आएगी। इस पेंसिल के नीचे वाले भाग में फूलों और सब्जियों के बीज लगे होते हैं। जैसा कि हम बाकी पेंसिल में लिखने के बाद उसके छोटे टुकड़े को कूड़े में फेंक दिया करते हैं। इस पेंसिल को पूरा उपयोग करने के बाद इसके आखिरी बचे हुए भाग को जमीन के अंदर रोप देने से वह 7 से 10 दिनों में फूल या सब्जियों के पौधे के रूप में निकल आएगी। इसलिए इस पेंसिल का नाम प्लांटेड पेंसिल भी है।
इस पेंसिल का उपयोग लिखने के साथ-साथ अपने बगीचे को हरा भरा रखने के लिए भी कर सकते हैं। पेंसिल का उपयोग हर जगह होती है और हर किसी को होती है। स्कूल में टीचर को, हॉस्पिटल में डॉक्टर को, बिजनेसमैन और बच्चों को। तो हम उस पेंसिल का उपयोग करते हैं, जो लिखने के साथ-साथ पर्यावरण को बिना नुकसान पहुंचाए हमारे काम में आए। अगर हमारी एक छोटी सी बदलाव पर्यावरण में काम आ सकती है। तो हमें इसका भागीदार बनना चाहिए।