एंड्राइड फ़ोन इतनी ज्यादा RAM देने के बाद भी हैंग हो जाते हैं, जबकि एपल में 2GB RAM में ही मोबाइल सरपट चलता है, ऐसा क्यों?

यह प्रश्न आधुनिक स्मार्टफोन उपभोक्ताओं की सबसे आम जिज्ञासा को दर्शाता है। इस प्रश्न का उत्तर एप्पल और एंड्रॉइड के ऑपरेटिंग सिस्टम के आधार में ही छुपा है।

कम तकनीकी ज्ञान वाले लोगों को भी इसका कारण समझ आ जाये इसलिए एक साधारण उदाहरण से समझाता हूँ।

मान लीजिए आपके पास पानी की दो मोटरें हैं जिनकी ताकत एक जैसी है।

आपने एक मोटर में एक पाइप लगाकर उसे चालू कर दिया, और दूसरी मोटर में कुछ जुगाड़ लगाकर 10 पाइप जोड़ दिए हैं। अब एक सामान्य से प्रश्न का उत्तर दीजिए कि कौनसी मोटर के पाइप में पानी की गति सबसे ज्यादा होगी..??

सीधा सा उत्तर है जिस मोटर में एक ही पाइप लगा है उसमें तेज़ पानी आएगा।

इस बात को नीचे चित्र में समझने का प्रयास किया गया है।?

बिल्कुल यही बात इस प्रश्न का उत्तर है। एंड्राइड मोबाइल में हर एप्लीकेशन डेटा ट्रांसफर के लिए खुदका एक कनेक्शन (पाइप) इस्तेमाल करती है। यानी एक समय मे कई एप्लीकेशन एक साथ ही बैकग्राउंड में चलती रहतीं हैं।

इसके विपरीत एप्पल के ऑपरेटिंग सिस्टम में डेटा ट्रांसफर के लिए एक ही कनेक्शन का इस्तेमाल होता है। डेटा ट्रांसमिशन के समय एक के बाद एक तरीके से सारे ऍप बारी बारी से डेटा एक्सेस करते हैं।

अब आप मोबाइल को मोटर और इन कनेक्शन को पाइप समझकर आसानी से समझ सकते हैं कि कौन सा मोबाइल ज्यादा तेज चलेगा।

एंड्राइड मोबाइल में चूंकि हर एप्लीकेशन अलग अलग रूप से संचालित होती है इसलिए रैम भी ज्यादा लेती है।

एप्पल के आईओएस में हर एप्लीकेशन एक सीक्वेंस या श्रृंखला में डेटा ट्रांसफर करती है (जिसे डेटापाइपिंग भी कह सकते हैं), तो एक समय केवल एक ही एप्लीकेशन रन होती है और उस समय बाकी एप्लीकेशन wait मोड में होती हैं, इस कारण रैम बहुत ज्यादा कम लगती है।

संपादन:- बहुत सारे लोग कमेंट बॉक्स में कह रहे हैं कि “एप्पल में बैकग्राउंड में ऍप रन होते है और एंड्राइड में भी” मैं ये अंतर आसानी से अंग्रेजी तकनीकी भाषा में समझा सकता हूँ पर मेरा दावा है 99% लोग वो नही समझ पाएंगे।

इसलिए आसान शब्दो मे बस इतना ही कह सकता हूँ, कि मैं ये नही कह रहा कि बैकग्राउंड में ऍप रन नही होते, मेरा ये मतलब था कि डेटा का आदान प्रदान एक के बाद एक का होता है। ये नही के आप एक उपयोग कर रहे और कोई दूसरा ऍप उसी समय डेटा खा रहा हो। चूंकि एक स्मार्टफोन एक सेकंड में ही कई लाख साईकल चल सकता है तो हमको सारे ऍप एक साथ चलते प्रतीत होते हैं। बस एप्पल में एक के बाद एक चलते हैं और एंड्राइड में एक साथ।

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