आयुर्वेद में कब्ज का शत्रु है बेल का जूस,जानिए कैसे
1-बेल में कई पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं. यह प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत है, साथ ही इसमें विटामिन सी की भी प्रचुर मात्रा पाई जाती है. इसका शरबत पीने से पेट को राहत व मन को ताजगी मिलती है. इससे कब्ज, अपच व गैस की समस्या से भी निजात मिलती है. आयुर्वेद में इसे डायरिया या अतिसार की स्थिति में भी बहुत लाभकारी बताया गया है.
2-इसका एक गुण यह भी है कि यह जल्दी बेकार नहीं होता व इसे कई दिन तक रखा जा सकता है. शरबत बनाने के लिए इसे तोड़कर गूदा निकाल लें व कुछ देर पानी में भिगो दें. इसके बाद रेशे व गूदे को अच्छी तरह छानकर अलग कर लें. इसमें आवश्यकता के हिसाब से पानी मिलाएं व फ्रिज में स्टोर कर लें. इसमें चीनी या शहद मिला सकती हैं.
3-बेल को दिल रोगों में भी अच्छा माना जाता है. आयुर्वेद के अनुसार, इससे शुगर स्तर भी संतुलित रहता है व यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित रखता है. हालांकि हार्ट व डायबिटीज के रोगी इसका सेवन किस रूप में व कितनी मात्रा में करें, इसके बारे में अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करें. मार्केट में मिलने वाले बेल के शरबत के बजाय घर में ही इसे तैयार करें.