आईपीएल का “मिड सीजन ट्रांसफर” क्या है, इस नियम से खिलाड़ियों की अदला-बदली कैसे होगी? जानिए
आईपीएल के 13वें सीजन का आधा पड़ाव पूरा हो चुका है। यूएई में खेले जा रहे टूर्नामेंट में सभी आठ टीमों ने अपने-अपने कोटे के सात मैच खेल लिए हैं। अब आगे सभी को सात और मुकाबले खेलने हैं, जिसके बाद प्लेऑफ की राह तय होगी।
हालांकि अब टूर्नामेंट के इस पड़ाव पर कुछ टीमों में बदलाव देखने को मिल सकते हैं। आईपीएल के नए नियम के मुताबिक सात मैचों के पूरे होने के बाद अब फ्रैंचाइजी आपसी सहमति से इस सत्र के लिए खिलाड़ियों को दूसरे टीमों (मिड सीजन ट्रांसफर) को दे सकती हैं।
बता दें कि मिड सीजन ट्रांसफर के नियम के तहत किसी खिलाड़ी का ट्रांसफर दूसरी टीम में तब ही होगा जब उक्त खिलाड़ी को अब तक खेले गए सात मैचों में दो या उससे कम मैच खेलने को मिले हों। ऐसे ही कैप्ड (भारतीय या विदेशी) और अनकैप्ड खिलाड़ी इस मिड ट्रांसफर में हिस्सा ले सकते हैं।
गौरतलब है कि यह नियम पिछले साल ही शुरू किया गया था लेकिन किसी भी टीम ने इसका इस्तेमाल नहीं किया था। तब नियम सिर्फ अनकैप्ड खिलाड़ियों के लिए ही था लेकिन इस सीजन में, बोर्ड ने कुछ नियमों के साथ कैप्ड खिलाड़ियों के लिए भी यह प्रस्ताव रखा है। नियम के अनुसार ट्रांसफर के बाद भी खिलाड़ी की टीम पुरानी वाली ही होगी और अगले सत्र में वो फिर से उसी से जुड़ जाएगा। इतना ही नहीं ट्रांसफर होने वाले खिलाड़ी अपनी मुख्य टीम के खिलाफ नहीं खेल सकेगा।